NEET-PG के दो शिफ्ट में होने वाले एग्जाम पर बवाल मचा था. इस मामले में अब सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है.
सुप्रीम कोर्ट ने NEET-PG यानी की नेशनल एलिजिबिलिटी-कम-एंट्रेंस टेस्ट-पोस्ट ग्रेजुएट 2025 एग्जाम पर बड़ा आदेश दिया. टॉप कोर्ट के आदेश के बाद अब इस परीक्षा को एक ही शिफ्ट में आयोजित कराया जाएगा. जस्टिस विक्रम नाथ की अध्यक्षता वाली बेंच ने NEET-PG एग्जाम ने इस संबंध में अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए हैं. अदालत ने कहा कि इस एग्जाम को एक ही शिफ्ट में कराएं साथ ही इसमें पूरी पारदर्शिता भी सुनिश्चित की जाए. सुप्रीम कोर्ट ने इस अहम आदेश के समर्थन में दलील देते हुए कहा कि जहां इससे ट्रांसपेरेंसी आएगी वहीं सभी स्टूडेंट्स के लिए समान अवसर सुनिश्चित हो सकेंगे. बीते कई सालों से ये परीक्षा दो शिफ्टों में कराई जा रही थी जिसपर अब टॉप कोर्ट ने रोक लगा दी है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि एग्जाम दो शिफ्टों में होने से डिफिकल्ट सवालों का लेवल अलग-अलग होता था जिसकी वजह से कुछ स्टूडेंट्स को तो इसका लाभ मिलता था जबकि कुछ को काफी नुकसान हो भी हो सकता है.
प्रश्नपत्र पर उठाए सवाल
सुप्रीम कोर्ट ने इस अहम आदेश को देते हुए प्रश्नपत्र का भी जिक्र किया. अदालत ने कहा कि दो क्वेश्चन पेपरों का डिफिकल्टी लेवल बिल्कुल भी समान नहीं होता. प्रश्नपक्ष की इस स्थिती से असमानता बढ़ती है. कहा गया कि सभी स्टूडेंट्स के साथ न्याय हो और उन्हें समान अवसर मिलें, इसके लिए सुप्रीम कोर्ट पूरी तरह प्रतिबद्ध है. इसी वजह से अदालदत ने एक शिफ्ट में ही एग्जाम आयोजित कराए जाने पर जोर दिया है.
किन स्टूडेंट्स को मिली राहत?
सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए बड़ी राहत का सबब बनकर उभरा है. अब स्टूडेंट को ईजी या डिफिकल्ट क्वेश्चन पेपर की फिक्र नहीं करनी होगी. एग्जाम में अपीयर होने वाले सभी कैंडिडेट्स एक टाइम पर ही एक जैसे क्वेश्चन्स पेपर को अब हल करते हुए दिखाई देंगे. अहम ये है कि लंबे समय से कई स्टूडेंट्स और कोचिंग इंस्टिट्यूट्स इस एग्जाम की शिफ्ट को लेकर लगातार सवाल उठा रहे थे. सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म्स पर भी इस विषय को लेकर अक्सर विवाद होता रहता था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कई स्टूडेंट्स ने खुशी जताई है और इस फैसले का स्वागत किया है. सोशल मीडिया पर कई स्टूडेंट्स के कई वीडियोज भी सामने आए हैं जिसमें वो इस फैसले से काफी खुश दिखाई दे रहे हैं. बता दें कि दिल्ली समेत कई शहरों में NEET-PG यानी की नेशनल एलिजिबिलिटी-कम-एंट्रेंस टेस्ट-पोस्ट ग्रेजुएट 2025 को लेकर छात्र अपने होमटाउन से आकर पढ़ाई करते हैं.
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