Donald Trump: सात अन्य देशों जैसे बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला के नागरिकों पर आंशिक प्रतिबंध लगाए गए हैं.
Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया कार्यकारी आदेश जारी कर 12 देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. यह आदेश सोमवार, 9 जून 2025 को सुबह 12:01 बजे से लागू होगा. इसके अतिरिक्त, सात अन्य देशों के यात्रियों पर आंशिक प्रतिबंध और कड़ी जांच की प्रक्रिया लागू की गई है. यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा और अमेरिकी नागरिकों के हितों की रक्षा के लिए उठाया गया है, जैसा कि ट्रंप ने अपने बयान में कहा. इस फैसले ने वैश्विक स्तर पर चर्चा और विवाद को जन्म दिया है, क्योंकि यह ट्रंप के पहले कार्यकाल में लागू किए गए मुस्लिम-बहुल देशों पर यात्रा प्रतिबंध की नीति की याद दिलाता है, जिसे 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी दी थी.
किन देशों पर लगा पूर्ण प्रतिबंध?
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, जिन 12 देशों के नागरिकों पर अमेरिका में प्रवेश के लिए पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो गणराज्य, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन शामिल हैं. इन देशों के नागरिक अब अमेरिका में प्रवेश नहीं कर पाएंगे. ट्रंप प्रशासन का कहना है कि यह प्रतिबंध उन देशों की अपर्याप्त जांच और स्क्रीनिंग प्रक्रियाओं के कारण लगाया गया है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं.
सात अन्य देशों पर आंशिक प्रतिबंध
सात अन्य देशों जैसे बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला के नागरिकों पर आंशिक प्रतिबंध लगाए गए हैं. इन देशों से आने वाले यात्रियों को विशेष शर्तों और कड़ी जांच का सामना करना होगा. इन प्रतिबंधों का असर पर्यटक, छात्र और कुछ अन्य प्रकार के आप्रवासी वीजा पर पड़ेगा, हालांकि कुछ अपवादों के साथ वीजा जारी किए जा सकते हैं. ट्रंप प्रशासन ने इन देशों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग प्रक्रिया को और सख्त करने का निर्देश दिया है, ताकि अवैध प्रवासन और सुरक्षा जोखिमों को कम किया जा सके.
पहले भी विवादास्पद रहा है यात्रा प्रतिबंध
यह पहली बार नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप ने यात्रा प्रतिबंध की नीति अपनाई है. अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने सात मुस्लिम-बहुल देशों जैसे ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन पर यात्रा प्रतिबंध लगाया था, जिसे 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा था. उस समय इस नीति को लेकर व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए थे, और इसे धार्मिक भेदभाव से जोड़कर देखा गया था. वर्तमान प्रतिबंध में भी कई मुस्लिम-बहुल देश शामिल हैं, जिसके कारण इसे लेकर वैश्विक स्तर पर आलोचना शुरू हो गई है.
भारतीय यात्रियों के लिए सलाह
भारत में अमेरिकी दूतावास ने हाल ही में वीजा नियमों को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जो सभी विदेशी यात्रियों पर लागू होंगे. नए नियमों के तहत, वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद अमेरिका में रुकना जोखिम भरा हो सकता है, और इससे भविष्य में अमेरिका में प्रवेश पर स्थायी प्रतिबंध लग सकता है. दूतावास ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपने वीजा की शर्तों का सख्ती से पालन करें और यात्रा से पहले सभी दस्तावेजों की जांच करें.
वैश्विक प्रतिक्रिया और भविष्य
इस नए आदेश के बाद कई देशों ने अपनी चिंता व्यक्त की है. कुछ देशों ने अपने नागरिकों को अमेरिका की यात्रा से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी है. उदाहरण के लिए, कनाडा ने अपने नागरिकों को नए रजिस्ट्रेशन नियमों का पालन करने की सलाह दी है, जबकि नीदरलैंड्स और डेनमार्क ने LGBTQ+ यात्रियों को अमेरिका के कुछ राज्यों में सख्त कानूनों के प्रति सतर्क रहने को कहा है. इस बीच, ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह नीति राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने और अवैध प्रवासन को रोकने के लिए लागू की गई है. आने वाले दिनों में इस आदेश के प्रभाव और वैश्विक प्रतिक्रिया पर नजर रहेगी.
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