Elon Musk Vs Donald Trump: यह विवाद ट्रंप प्रशासन के नए टैक्स और खर्च विधेयक (Tax-and-Spending Bill) को लेकर शुरू हुआ. एलन मस्क ने इस बिल को “घिनौना” करार देते हुए तीखी आलोचना की थी.
Elon Musk Vs Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बीच बढ़ते तनाव ने वैश्विक शेयर बाजारों में हलचल मचा दी है. ट्रंप की एक हालिया धमकी के बाद टेस्ला के शेयरों में 14.26% की भयानक गिरावट दर्ज की गई, जिसके चलते कंपनी का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर से नीचे आ गया. यह घटना टेस्ला के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है, क्योंकि कंपनी पिछले कुछ समय से शेयर बाजार में मजबूत स्थिति बनाए हुए थी.
ट्रंप-मस्क विवाद का कारण
सूत्रों के अनुसार, यह विवाद ट्रंप प्रशासन के नए टैक्स और खर्च विधेयक (Tax-and-Spending Bill) को लेकर शुरू हुआ. एलन मस्क ने इस बिल को “घिनौना” करार देते हुए तीखी आलोचना की थी. मस्क का कहना है कि यह बिल इलेक्ट्रिक वाहन (EV) टैक्स क्रेडिट को खत्म करता है, जो टेस्ला जैसे इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं के लिए नुकसानदायक हो सकता है. इसके जवाब में ट्रंप ने मस्क पर निशाना साधते हुए बयान दिया, जिसके बाद टेस्ला के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली.
शेयर बाजार पर असर
बुधवार, 5 जून 2025 को टेस्ला के शेयरों में लगभग 8% की गिरावट दर्ज की गई थी, जो बाद में और बढ़कर 14.26% तक पहुंच गई. इस गिरावट के परिणामस्वरूप, टेस्ला का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे चला गया. यह 7 नवंबर 2024 के बाद का सबसे निचला स्तर है, जब ट्रंप की चुनावी जीत के बाद टेस्ला के शेयरों में उछाल देखा गया था.
एलन मस्क की प्रतिक्रिया
एलन मस्क ने ट्रंप के बयान और नीतियों पर खुलकर नाराजगी जताई है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “मैं अब और बर्दाश्त नहीं कर सकता. यह बिल बेहद घिनौना है.” मस्क का मानना है कि इस बिल से न केवल टेस्ला, बल्कि पूरे इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को नुकसान होगा. इसके अलावा, चीन में टेस्ला की सेल्फ-ड्राइविंग टेक्नोलॉजी को लेकर आलोचनाएं और BYD जैसी प्रतिस्पर्धी कंपनियों का बढ़ता दबदबा भी कंपनी के लिए चुनौती बन रहा है.
वैश्विक बाजारों पर प्रभाव
ट्रंप की टैरिफ नीतियों और मस्क के साथ विवाद ने न केवल टेस्ला, बल्कि वैश्विक शेयर बाजारों को भी प्रभावित किया है. भारतीय शेयर बाजार में भी इसकी झलक देखने को मिली, जहां सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई. विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप की टैरिफ नीतियां और वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका बाजारों में अस्थिरता का कारण बन रही हैं.
टेस्ला के लिए आगे की राह
टेस्ला के शेयरों में यह गिरावट कंपनी के लिए एक चेतावनी हो सकती है. विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप प्रशासन की नीतियां, विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहन टैक्स क्रेडिट को हटाने का फैसला, टेस्ला की वृद्धि को प्रभावित कर सकता है. इसके अलावा, यूरोप में टेस्ला की गाड़ियों की बिक्री में कमी और चीन में बढ़ती प्रतिस्पर्धा भी कंपनी के लिए चुनौतियां पेश कर रही हैं.
निवेशकों की चिंता
इस गिरावट से निवेशकों में घबराहट देखने को मिल रही है. टेस्ला के शेयरों में भारी उतार-चढ़ाव ने कई निवेशकों को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया है. बाजार विशेषज्ञों का सुझाव है कि निवेशकों को सतर्क रहकर और दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाकर निवेश करना चाहिए. ट्रंप और मस्क के बीच का यह तनाव न केवल टेस्ला, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था और शेयर बाजारों के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है. टेस्ला के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण है, लेकिन कंपनी की तकनीकी नवाचार और बाजार में मजबूत स्थिति इसे इस संकट से उबरने में मदद कर सकती है.
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