India Singapore Judicial Conference : सीजेआई चंद्रचूड़ के मुताबिक ज्यूडिशियल डायलॉग्स अलग-अलग लीगल सिस्टमों के बीच क्रॉस-कल्चरल एक्सचेंज और एक-दूसरे से सीखने को बढ़ावा देने में अहम रोल निभाते हैं.
भारत-सिंगापुर न्यायिक सम्मेलन शनिवार से शुरू हुई दो दिन की कॉन्फ्रेंस में देश के सभी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस, सीनियर जज और न्यायपालिका से जुड़े दूसरे लोग हिस्सा लिया. इस दौरान मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कानूनी प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि भारत और सिंगापुर न सिर्फ गहरे सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को साझा करते हैं, बल्कि कानून के शासन को बनाए रखने और पैतृक न्याय को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता भी रखते हैं.
सीजेआई ने दिया टेक्नोलॉजी पर जोर
सीजेआई चंद्रचूड़ के मुताबिक ज्यूडिशियल डायलॉग्स अलग-अलग लीगल सिस्टमों के बीच क्रॉस-कल्चरल एक्सचेंज और एक-दूसरे से सीखने को बढ़ावा देने में अहम रोल निभाते हैं. उन्होंने कहा कि डायनमिक और तेजी से आगे बढ़ने वाले देशों में शामिल भारत और सिंगापुर दोनों अपने-अपने ज्यूडिशियल सिस्टम को मॉर्डन बनाने और टेक्नोलॉजी की परिवर्तनकारी क्षमता को पहचानते हैं.
सिंगापुर ने नवाचार के क्षेत्र में किया बेहतर कार्य
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन विवाद समाधान प्लेटफॉर्म और फाइलिंग सिस्टम जैसी आधुनिकता के साथ सिंगापुर में वैश्विक प्रौद्योगिकी और नवाचार केंद्र के रूप में तेजी से विकास के लिए सराहना की है. बीते सालों में सिंगापुर ने खुद प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में स्थापित किया है. इसके अलावा सीजेआई ने न्यायापालिक को आधुनिक बनाने के लिए भी सराहना की, खासकर ई-कोर्ट परियोजना को लेकर की है.
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