Congress Leader: केरल के माकपा नेता और राज्य मंत्री वी शिवनकुट्टी ने शुक्रवार को AICC महासचिव केसी वेणुगोपाल पर तीखा हमला बोला.
Congress Leader: केरल के माकपा नेता और राज्य मंत्री वी शिवनकुट्टी ने शुक्रवार को AICC महासचिव केसी वेणुगोपाल पर तीखा हमला बोला. उन्होंने वेणुगोपाल को कांग्रेस को बर्बाद करने के लिए भाजपा द्वारा तैनात ‘ट्रोजन हॉर्स’ कहा. मालूम हो कि वेणुगोपाल ने यह आरोप लगाया था कि केरल की वामपंथी सरकार केंद्र की भाजपा सरकार की इच्छा के अनुसार काम कर रही है. वेणुगोपाल के आरोप पर शिवनकुट्टी ने कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए उन पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को गलत सलाह देने का आरोप लगाया. नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए वेणुगोपाल ने आरोप लगाया था कि वामपंथी सरकार ने सीआईटीयू और एटक सहित वामपंथी समर्थक ट्रेड यूनियनों द्वारा चिंता व्यक्त किए जाने के बावजूद केंद्र सरकार के श्रम कानूनों को लागू करने की कोशिश की थी. उन्होंने हाल ही में वामपंथी सरकार द्वारा पीएम श्री परियोजना पर हस्ताक्षर किए जाने का भी हवाला दिया और कहा कि इस तरह के कदम बेहद निंदनीय हैं.
माकपा ने भाजपा से मिलीभगत का लगाया आरोप
अपने प्रमुख गठबंधन सहयोगी भाकपा के कड़े प्रतिरोध का सामना करते हुए माकपा के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले महीने राज्य में केंद्र की पीएम श्री योजना के कार्यान्वयन को स्थगित करने का फैसला किया, जबकि कुछ दिनों पहले ही नई दिल्ली में इस संबंध में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए थे. आरोपों का जवाब देते हुए शिवनकुट्टी ने तिरुवनंतपुरम में मीडिया को बताया कि वेणुगोपाल एक महान नेता हैं. उन्होंने उच्च सदन में भाजपा के लिए बहुमत सुनिश्चित करने के लिए जानबूझकर अपनी राज्यसभा उम्मीदवारी छोड़ दी. पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली सरकार में श्रम और शिक्षा दोनों मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे शिवनकुट्टी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी को गलत सलाह देकर वह ऐसी रणनीति लागू कर रहे हैं जो हर उस राज्य में कांग्रेस को कमजोर करती है जहां चुनाव होते हैं. पार्टी को मजबूत करने के बजाय वह इसे खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. माकपा नेता ने आरोप लगाया कि जब केंद्रीय जांच एजेंसियां सोनिया गांधी और राहुल गांधी को निशाना बना रही हैं, तब भी यह सोचना ज़रूरी है कि सिर्फ़ केसी वेणुगोपाल ही पूरी तरह सुरक्षित क्यों हैं.
केरल में बीजेपी के लिए जमीन तैयार कर रहे वेणुगोपाल
कहा कि यह इस बात का सबूत है कि उनके और भाजपा के बीच एक सक्रिय आंतरिक साठगांठ है. उन्होंने यह भी दावा किया कि वेणुगोपाल का अगला लक्ष्य केरल में भाजपा के लिए ज़मीन तैयार करना है. शिवनकुट्टी ने केरल की राजनीति में वेणुगोपाल के लगातार हस्तक्षेप का ज़िक्र करते हुए आरोप लगाया कि हर कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता को इस कदम को समझना चाहिए, जिसके ज़रिए वह अपनी ही पार्टी के लिए गड्ढा खोद रहे हैं. केरल की वामपंथी सरकार हाल ही में केंद्र सरकार की श्रम संहिताओं से जुड़े एक मसौदा नियमन के सामने आने के बाद मुश्किल में पड़ गई थी, जिसे तीन साल पहले पेश किया गया था. वामपंथी दल राष्ट्रीय स्तर पर इन श्रम संहिताओं का कड़ा विरोध करते रहे हैं और इन्हें मज़दूर विरोधी बताते रहे हैं. हालांकि, मसौदा विनियमन को राज्य में 14 दिसंबर, 2021 को पहले ही अधिसूचित किया जा चुका था. मीडिया रिपोर्टों के बाद शिवनकुट्टी को गुरुवार को एक स्पष्टीकरण जारी करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसमें कहा गया कि केंद्र के श्रम संहिताओं को राज्य में लागू नहीं किया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः UP में गरमाया SIR का मुद्दा, अखिलेश बोले- बड़ी साजिश; कॉलोनियल जमाने से भी बुरे हालात
