Indian Economy : संयुक्त राष्ट्र की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने दुनिया भर के देशों को संबोधित किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत की प्रगति दुनिया को स्थिरता का आधार देती है.
Indian Economy : भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी में से एक है और अब इसके विकास को लेकर नए मॉडल पर चर्चा हो रही है. इसी कड़ी में नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी (Suman Berry) ने कहा कि भारत की आर्थिक प्रगति विश्व के लिए स्थिरता का आधार बनाती है, जिसे विकास के नए इंजनों और मॉडल की सख्त जरूरत है. बेरी ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में सतत विकास लक्ष्यों पर उच्च स्तरीय राजनीतिक मंच के मंत्रिस्तरीय सत्र को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि दुनिया महत्वपूर्ण बदलाव और अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है, जिसकी वजह से सतत विकास के लक्ष्य को हासिल करने के लिए विश्व समुदाय को इकट्ठा होकर काम की पहले से भी ज्यादा जरूरत है.
विकासशील देशों के लिए विश्वनीय मार्गदर्शन
बेरी ने कहा कि दुनिया को नए इंजन और विकास मॉडल की सख्त जरूरत है जिन्हें दूसरे देशों तक बढ़ाया और साझा किया जा सके. साथ ही भारत अपनी इच्छा और युवा शक्ति के बदौलन इन तीनों चीजों का फायदा उठाने के लिए लगातार आगे बढ़ रहा है. इसके अलावा भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रगति दुनियाभर के लिए स्थिरता का आधार तैयार करती है. बेरी ने बताया कि वैश्विक दुनिया में भारत एक जीवंत लोकतंत्र के रूप में लगातार उभर रहा है, जिसका सामाजिक-आर्थिक संकेतक समावेशी डिजिटल तकनीकों, सैद्धांतिक सुधारों और समाज के सभी वर्गों को सशक्त बनाने पर केंद्रित हैं. बेरी ने इस पर भी लोगों का ध्यान दिलाने की कोशिश की कि भारत की विकास यात्रा अपने पैमाने, गति और स्थिरता से आगे बढ़ रही है जो अन्य विकासशील देशों के लिए विश्वसनीय मार्ग प्रदान करने का काम कर रही है.
24.8 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला
संयुक्त राष्ट्र के मंच पर बेरी ने यह भी बताया कि साल 2013-14 और 2022-23 के बीच एक दशक में 24.8 करोड़ भारतीय को गरीबी रेखा से बाहर निकाला गया है. भारत दुनिया भर में रोजगार प्रवेश करने वाले युवाओं के सबसे बड़े ग्रुप का घर है, यही वजह है कि भारत का भविष्य उज्जवल और उत्पादक है. आजादी के बाद भारत की यात्रा बताती है कि समावेशी और सतत विकास हमारा सबसे बड़ा लक्ष्य है. भारत ने विकासशील देशों को प्रौद्योगिकी साझेदारी और क्षमता निर्माण में सहायता प्रदान की है, जिसमें सौर ऊर्जा अवसंरचना और डिजिटल शासन का उपकरण शामिल है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र के 80 वर्ष पूरे होने पर बेरी ने कहा कि भारत बहुपक्षवाद की आधारशिला के रूप में संयुक्त राष्ट्र में अपने विश्वास की पुष्टि करता है.
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