PM Modi inaugurates Kartavya Bhavan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कर्तव्य भवन का उद्घाटन किया, जो कि दस प्रस्तावित कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट भवनों में पहला है.
PM Modi inaugurates Kartavya Bhavan: कर्तव्य भवन का उद्घाटन केवल एक नई इमारत का लोकार्पण नहीं, बल्कि भारत की प्रशासनिक संस्कृति में एक आधुनिक बदलाव की शुरुआत है. इससे न केवल मंत्रालयों की कार्यप्रणाली अधिक संगठित होगी, बल्कि नागरिकों तक सेवाएं पहुंचाने की गति और गुणवत्ता में भी सुधार आएगा. मोदी सरकार की यह पहल “न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन” की अवधारणा को मजबूत करती है. यह परियोजना देश की प्रशासनिक व्यवस्था को अधिक संगठित, कुशल और आधुनिक बनाने की दिशा में एक निर्णायक पहल मानी जा रही है.
नए भवन से प्रशासन को मिलेगी नई रफ्तार
कर्तव्य भवन-03 का उद्देश्य गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, एमएसएमई, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय तथा प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय को एक छत के नीचे लाना है. इससे पहले ये मंत्रालय शास्त्री भवन, कृषि भवन, उद्योग भवन और निर्माण भवन जैसी पुरानी इमारतों से संचालित हो रहे थे, जिन्हें अब “संरचनात्मक रूप से पुराने और अक्षम” बताया गया है.
प्रधानमंत्री ने लिया भवन का अवलोकन
प्रधानमंत्री मोदी के साथ केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर और मंत्रालय के सचिव कटिकिथाला श्रीनिवास मौजूद रहे. प्रधानमंत्री ने नई इमारत का दौरा किया और सचिव ने उन्हें भवन की आधुनिक सुविधाओं और डिजाइन के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
सेंट्रल विस्टा परियोजना का अहम हिस्सा
कर्तव्य भवन, केंद्र सरकार की सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का एक मुख्य घटक है. इसके अंतर्गत दस कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट भवन बनाए जाएंगे.

- भवन संख्या 1 और 2 अगले महीने तक बनकर तैयार होंगे
- भवन संख्या 10 अप्रैल 2026 तक
- भवन संख्या 6 और 7 अक्टूबर 2026 तक पूरी होने की उम्मीद है
इनमें कामकाज कर रहे मंत्रालयों को अस्थायी रूप से कस्तूरबा गांधी मार्ग, मिंटो रोड और नेताजी पैलेस जैसे स्थानों पर दो वर्षों के लिए स्थानांतरित किया जाएगा.
कुछ भवन रहेंगे संरक्षित
राष्ट्रीय संग्रहालय, राष्ट्रीय अभिलेखागार, जवाहरलाल नेहरू भवन, डॉ. अंबेडकर ऑडिटोरियम और वाणिज्य भवन जैसे अपेक्षाकृत नए भवनों को संरक्षित रखा जाएगा. कर्तव्य भवन की प्रमुख सुविधाएं की बात करें तो भवन-03 का प्लिंथ क्षेत्रफल 1.5 लाख वर्ग मीटर है और बेसमेंट क्षेत्र 40,000 वर्ग मीटर में फैला है. पार्किंग में 600 वाहनों की क्षमता है. भवन में क्रेच, योग कक्ष, चिकित्सा कक्ष, कैफे, रसोईघर और बहुउद्देश्यीय हॉल जैसी सुविधाएं हैं. यहां 24 बड़े कॉन्फ्रेंस रूम (प्रत्येक में 45 सीटें), 26 छोटे कॉन्फ्रेंस रूम (प्रत्येक में 25 सीटें), 67 मीटिंग रूम और 27 लिफ्ट उपलब्ध हैं.
क्या है भविष्य की योजनाएं
सेंट्रल विस्टा योजना के तहत नया संसद भवन, उपराष्ट्रपति एन्क्लेव और विजय चौक से इंडिया गेट तक कर्तव्य पथ का पुनर्विकास पहले ही किया जा चुका है. आगे चलकर एक एक्जीक्यूटिव एन्क्लेव का निर्माण किया जाएगा, जिसमें नया प्रधानमंत्री कार्यालय, कैबिनेट सचिवालय, इंडिया हाउस और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय होंगे. इसके दूसरे चरण में प्रधानमंत्री के लिए नया आवास भी प्रस्तावित है.
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