Independence Day 2025: पीएम मोदी ने लाल किले से ऐलान किया कि हम दीवाली तक देशवासियों को तोहफा देंगे. हम GST की दरों में बदलाव करेंगे. जिससे चीजें सस्ती हो जाएंगी.
Independence Day 2025: प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) ने शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से कहा कि दिवाली तक वस्तु एवं सेवा कर (GST) में सुधार किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इससे आम आदमी को काफी राहत मिलेगी. छोटे और मध्यम उद्यमों को लाभ होगा. रोजमर्रा की चीजें सस्ती हो जाएंगी. मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस ( 79th independence day) पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था के आठ वर्ष पूरे होने के साथ ही जीएसटी में सुधार करने का समय आ गया है. जीएसटी एक जुलाई, 2017 को लागू हुआ था. लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में मोदी ने कहा कि हमने राज्यों के साथ चर्चा की है और हम दिवाली तक अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार लागू करेंगे, जो नागरिकों के लिए दिवाली का तोहफा होगा. GST की दरों में बदलाव से आम लोगों की जरूरत की चीजें काफी सस्ती हो जाएगी. हमारे एमएसएमई को इसका बहुत फायदा होगा. दैनिक उपयोग की वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी, जिससे हमारी अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी.
RSS दुनिया का सबसे बड़ा NGO
कहा कि राज्यों के वित्त मंत्रियों वाला एक मंत्रिसमूह (GOM) पहले ही जीएसटी स्लैब में कटौती पर चर्चा कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि हम दीवाली तक देशवासियों को तोहफा देंगे. हम GST की दरों में बदलाव करेंगे. जिससे चीजें सस्ती हो जाएंगी. आठ साल बाद समय की मांग है कि हम इसका रिव्यू करें. हमने इसकी समीक्षा की. राज्यों से बात की. हम नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स लेकर आ रहे हैं. बहुत बड़ी सुविधा बनेगी. हमारे उद्योगों को बड़ा लाभ मिलेगा. रोजमर्रा की चीजें सस्ती हो जाएंगे, जिससे अर्थव्यवस्था को बड़ा बल मिलेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 साल पूरे होने पर इसे “दुनिया के सबसे बड़े एनजीओ” की “बेहद गौरवशाली और गौरवशाली” यात्रा बताया. 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्र का निर्माण केवल सरकार या सत्ता में बैठे लोगों द्वारा नहीं होता.
सभी के प्रयास से राष्ट्र का निर्माण
उन्होंने कहा कि राष्ट्र का निर्माण करोड़ों लोगों के प्रयासों से होता है, जिनमें साधु-संत, वैज्ञानिक, शिक्षक, किसान, सैनिक, मजदूर, व्यक्ति और संगठन शामिल हैं. मोदी, जो पहले आरएसएस के प्रचारक रह चुके हैं, ने कहा कि आज मैं बड़े गर्व के साथ एक बात कहना चाहता हूं कि 100 साल पहले एक संगठन का जन्म हुआ था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ. इसकी 100 साल की राष्ट्र सेवा बहुत ही गौरवशाली और गौरवशाली रही है. उन्होंने कहा कि पिछले 100 वर्षों से RSS के स्वयंसेवक मातृभूमि के कल्याण के लिए व्यक्ति निर्माण और राष्ट्र निर्माण के संकल्प को पूरा करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज लाल किले की प्राचीर से मैं उन सभी स्वयंसेवकों को आदरपूर्वक याद करता हूं जिन्होंने इन 100 वर्षों की राष्ट्र सेवा में योगदान दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि सेवा, समर्पण, संगठन और अद्वितीय अनुशासन आरएसएस की पहचान है, जो एक तरह से दुनिया का सबसे बड़ा गैर-सरकारी संगठन (NGO) है.
1925 में हुई थी RSS की स्थापना
उन्होंने कहा कि आरएसएस की यह यात्रा ‘समर्पित और गौरवशाली’ है और यह हमें प्रेरित करती रहेगी. यह संभवत: पहली बार था जब प्रधानमंत्री मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में आरएसएस के बारे में विस्तार से बात की. मालूम हो कि आरएसएस की स्थापना 1925 में नागपुर में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी. आज यह संगठन पूरे देश में अपनी पैठ बना चुका है. आरएसएस कार्यकर्ता देश भर में 12,000 मासिक शाखाएं और 32,000 से अधिक साप्ताहिक शाखाएं भी आयोजित करते हैं. इस विजयादशमी पर आरएसएस अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे कर रहा है.
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