SIR Against Protest : एसआईआर का मुद्दा थमता नजर नहीं आ रहा है. एक तरफ जहां बिहार में राहुल गांधी के नेतृत्व में वोट अधिकार यात्रा निकाली जा रही है. वहीं, विपक्ष पार्लियामेंट विरोध कर रहा है.
SIR Against Protest : मतदाता सूची संशोधन का विरोध बिहार से लेकर संसद में जमकर हो रहा है. एक बार फिर विपक्ष ने संसद परिसर में SIR के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है. इस दौरान I.N.D.I.A. ब्लॉक ने ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ और ‘वोट चोरी बंद करो’ के नारे भी लगाए. इसके अलावा विपक्ष ने SIR बंद करो की मांग वाले पोस्टर भी हाथ में लिए हुए थे. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, DMK, वामपंथी दलों, RJD और समाजवादी पार्टी के नेता संसद भवन के मकर द्वार के ठीक सामने पोस्टर लेकर केंद्र और चुनाव आयोग का विरोध कर रहे थे. साथ ही समाजवादी पार्टी के कुछ सदस्यों ने अपने नेता अखिलेश यादव द्वारा चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे की प्रतियां भी अपने हाथों में ले रखी थी.
लोकतंत्र को नहीं कुचलने देंगे : खरगे
समाजवादी पार्टी के नेताओं ने अपने हाथों में जो हलफनामे ले रखे थे उसमें चुनाव आयोग पर पिछड़े समुदायों के मतदाताओं के नाम हटाने का आरोप लगाया गया था. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने विपक्ष के विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो शेयर करके कहा कि चुनाव आयोग अपने संवैधानिक कर्तव्य से पीछे नहीं हट सकता है और न ही विपक्षी राजनीतिक दलों के प्रश्नों से बच सकता है. मतदान का अधिकार भारत के संविधान द्वारा हमें दिया गया सबसे महत्वपूर्ण अधिकार है. उन्होंने आगे कहा कि भारतीय लोकतंत्र को कुचलने के किसी भी प्रयास का सड़कों पर भारी विरोध किया जाएगा. आपको बताते चलें कि राज्यसभा में SIR का मुद्दा उठाने की कोशिश की लेकिन उपसभापति ने उनकी बात नहीं मानी.
पिछले समुदाय के लोगों के काटे गए वोट
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि चुनाव आयोग हमें धमकाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हम किसी भी धमकी से डरने वाले नहीं हैं. हम लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ते रहेंगे. इसी बीच अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए इलेक्शन कमीशन मौर्य, पाल, भगेल और राठौर समुदाय समेत कई पिछड़े समुदाय के मतदाताओं के नाम को वोटर्स लिस्ट से काटे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि SP ने पहले भी यह मुद्दा उठाया था लेकिन यह समझना बेहद जरूरी है कि पिछड़े वर्गों के वोट काटने के लिए जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है, जबकि यह दर्शाया जा रहा है कि यह वोट कहीं और ट्रांसफर हो रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी ने उन निर्वाचन क्षेत्रों की पहचान कर ली है जहां वे कम अंतर से हारे थे और जहां पर वोटर्स के मत काटे जाने की भूमिका थी.
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