India-Bangladesh talks: दोनों पक्ष सीमा पार अपराधों पर अंकुश लगाने के उपायों पर चर्चा करेंगे. BSF द्वारा पड़ोसी देश के उपद्रवियों द्वारा भारतीयों पर हमलों से संबंधित मुद्दों को उठाए जाने की उम्मीद है.
India-Bangladesh talks: भारत और बांग्लादेश के बीच 25 अगस्त से ढाका में द्विवार्षिक सीमा वार्ता होगी. इस दौरान दोनों देशों के सैन्य अधिकारी सीमा पार से हो रहे अपराधों को रोकने के उपायों पर विमर्श करेंगे. सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा पड़ोसी देश के उपद्रवियों द्वारा भारतीयों और उसके कर्मियों पर हमलों से संबंधित मुद्दों को उठाए जाने की उम्मीद है. पिछले साल शेख हसीना सरकार के पतन के बाद यह पहली बार होगा जब भारतीय प्रतिनिधिमंडल ढाका की यात्रा करेगा. दोनों देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमा 4,096 किलोमीटर लंबी है. बीएसएफ को इस मोर्चे के लिए प्रमुख सुरक्षा और खुफिया जानकारी जुटाने वाली एजेंसी के रूप में नामित किया गया है. दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों बीएसएफ और उसके समकक्ष बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के बीच ये वार्ता साल में दो बार होती है. बीजीबी का एक प्रतिनिधिमंडल 17-20 फरवरी के बीच वार्ता के लिए भारत आया था.
भारतीय नागरिकों पर हमले की भी होगी चर्चा
BSF और BGB के बीच 56वां महानिदेशक स्तरीय सीमा वार्ता 25 से 28 अगस्त के बीच ढाका में होगा. यह जानकारी BSF के एक प्रवक्ता ने दी. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बीएसएफ के महानिदेशक (डीजी) दलजीत सिंह चौधरी करेंगे, जबकि बांग्लादेश की ओर से बीजीबी के डीजी मेजर जनरल मोहम्मद अशरफज्जमां सिद्दीकी नेतृत्व करेंगे. प्रवक्ता ने कहा कि सम्मेलन का आयोजन सीमा संबंधी मुद्दों पर चर्चा और सीमा सुरक्षा बलों के बीच बेहतर समन्वय के लिए किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश स्थित बदमाशों/नागरिकों द्वारा बीएसएफ कर्मियों और भारतीय नागरिकों पर हमले/हमले की रोकथाम, सीमा पार अपराधों को कैसे रोका जाए, एकल पंक्ति बाड़ का निर्माण, बांग्लादेश में भारतीय विद्रोही समूहों (आईआईजी) के खिलाफ कार्रवाई, सीमावर्ती बुनियादी ढांचे से संबंधित मुद्दे, समन्वित सीमा प्रबंधन योजना (सीबीएमपी) के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए संयुक्त प्रयास, विश्वास निर्माण उपाय (सीबीएम) और अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी.
बिना बाड़ के है कुल 864.48 किमी हिस्सा
पीटीआई ने पहली बार 11 अगस्त को इन वार्ताओं के कार्यक्रम के बारे में सूचना दी थी. सुरक्षा प्रतिष्ठान के एक सूत्र ने बताया कि वार्ता मूल रूप से जुलाई में होने वाली थी, लेकिन कुछ प्रशासनिक मुद्दों के कारण इसे अगस्त में आयोजित किया जा रहा है. यह घोषणा 5 अगस्त, 2024 को शेख हसीना की अवामी लीग शासन को हटाने की पहली वर्षगांठ के साथ हुई है. मालूम हो कि डीजी स्तर की सीमा वार्ता 1975 से 1992 तक सालाना आयोजित होती थी. लेकिन 1993 में इसे द्विवार्षिक कर दिया गया, जिसमें दोनों पक्ष बारी-बारी से नई दिल्ली और ढाका की यात्रा करते थे. भारत-बांग्लादेश सीमा पांच राज्यों पश्चिम बंगाल (2,217 किमी), त्रिपुरा (856 किमी), मेघालय (443 किमी), असम (262 किमी) और मिजोरम (318 किमी.) को छूता है.
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