Donald Trump : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में ओसामा बिद लादेन को लेकर अपनी भविष्यवाणी की याद दिलाई. उन्होंने कहा कि हमले से पहले ही उन्होंने चेतावनी दे दी थी.
06 October, 2025
Donald Trump : डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दुनिया के सबसे फेमस आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के खात्मे को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इतिहास कभी नहीं भूल सकता कि अमेरिकी नेवी सील्स ने ही ओसामा बिन लादेन के ठिकाने पर धावा बोलकर उसके सिर में गोली मारी थी. ट्रंप ने ये बयान वर्जीनिया के नॉरफॉक में अमेरिकी नौसेना की 250वीं एनिवर्सरी के मौके पर अपने भाषण के दौरान दिया.उन्होंने इस मौके पर अमेरिकी सैनिकों की बहादुरी को सलाम किया और कहा कि ये वही सील्स थे जिन्होंने बिन लादेन को ढेर किया था.
पहले ही किया था सतर्क
डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि 9/11 हमले से एक साल पहले ही उन्होंने ओसामा बिन लादेन के खतरे को लेकर चेतावनी दी थी. ट्रंप के मुताबिक, उन्होंने साल 2000 में ही कहा था कि अमेरिका को बिन लादेन पर नजर रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैंने ठीक एक साल पहले लिखा था कि ओसामा बिन लादेन पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा था कि मैंने एक व्यक्ति को देखा है जिसका नाम बिन लादेन है और मुझे वो पसंद नहीं आया. उसे रोकना जरूरी है. ट्रंप ने मजाकिया लहजे में आगे कहा, किसी ने मेरी बात नहीं सुनी और एक साल बाद उसने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर उड़ा दिया. अब मुझे थोड़ा-बहुत क्रेडिट तो खुद लेना पड़ेगा, क्योंकि कोई और तो देगा नहीं.
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नेवी की तारीफ
ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिकी नेवी ने बिन लादेन के शव को एयरक्राफ्ट से समुद्र में फेंक दिया था ताकि वो अंधेरे सागर की गहराइयों में हमेशा के लिए समा जाए. आपको बता दें कि मई 2011 में अमेरिकी नेवी सील्स ने पाकिस्तान के एबटाबाद में सीक्रेट मिशन चलाकर ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था, इस मिशन को उस समय के अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मंजूरी दी थी.ओबामा ने कहा था, मैं अमेरिकी जनता और पूरी दुनिया को ये बताना चाहता हूं कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने एक मिशन चलाया जिसमें अल-कायदा के नेता और हजारों निर्दोषों की मौत के जिम्मेदार ओसामा बिन लादेन को मार गिराया गया.
अफगानिस्तान पर भी बोले ट्रंप
अपने भाषण में ट्रंप ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी पर भी जो बाइडेन सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा, अगर हम अफगानिस्तान में रहते, तो बहुत आसानी से जीत सकते थे. लेकिन हम बहुत ज़्यादा पॉलिटिकली करेक्ट बन गए थे. अब हम वैसे नहीं हैं, अब हम जीतना जानते हैं. डोनाल्ड ट्रंप का ये बयान एक बार फिर चर्चा में है. उनकी ये बातें न सिर्फ अमेरिका की आतंकवाद-विरोधी नीतियों की झलक दिखाती हैं, बल्कि उनकी राजनीतिक शैली और आत्मविश्वास को भी साफ बयां करती हैं.
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