Israel-Hamas War : ट्रंप की शांति योजना ने बीते दो सालों से जारी खूनी जंग को समाप्त करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो हमास द्वारा 2023 में इजराइल पर किए गए हमले से शुरू हुआ था.
Israel-Hamas War : गाजा में शुक्रवार की शाम हमास और इजराइल के बीच में युद्धविराम लागू हो गया है. इसके साथ ही गाजा में फिलिस्तीनी अपने बचे हुए घरों की तरफ लौटने लगे हैं. दूसरी तरफ जल्द ही शेष सभी बंधकों को कुछ ही दिनों में रिहा किया जाएगा, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) के शांति योजना के तहत तय किया गया है. अब सवाल यह खड़ा हो गया है कि गाजा से धीरे-धीरे इजराइली सैनिकों के पीछे हटने के बाद गाजा में कौन शासन करेगा. इसके अलावा ट्रंप के प्लान के मुताबिक क्या हमास निरस्त्रीकरण करेगा? वहीं, इजराइल ने मार्च में एकतरफा युद्धविराम समाप्त कर दिया था और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (PM Benjamin Netanyahu) ने संकेत दिया है कि हमास अगर हथियार नहीं छोड़ता है तो इजराइल अपना आक्रमण फिर से शुरू कर कर देगा.
गाजा से 90 फीसदी आबादी हुई विस्थापित
ट्रंप की शांति योजना ने बीते दो सालों से जारी खूनी जंग को समाप्त करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो हमास द्वारा 2023 में इजराइल पर किए गए हमले से शुरू हुआ था. इस लड़ाई में हजारों फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 20 लाख की आबादी वाले गाजा का करीब 90 फीसदी हिस्सा विस्थापित हो गया है. उनमें से कई लोगों को उन जगहों पर सिर्फ मलबों के ढेर मिलेंगे जहां पर उनके कभी घर हुआ करते थे. सेना ने शुक्रवार को युद्धविराम की शुरुआत की पुष्टि की और शेष 48 बंधकों, जिनमें करीब 20 के जीवित होने की संभावना है, को सोमवार को रिहा करेगा. फिलिस्तीनियों ने कहा कि सेना के पीछे हटने की घोषणा के बाद शुक्रवार को गाजा में कुछ हिस्सों में भारी गोलीबारी लगभग बंद हो गई. नेतन्याहू ने शुक्रवार को एक टेलीविजन पर कहा कि अगले चरण में हमास का निरस्त्र कर दिया जाएगा और गाजा विसैन्यीकृत होगा.
नेतन्याहू पर लगा मानवीय संकट पैदा करने का आरोप
नेतन्याहू ने आगे कहा कि अगर यह आसान तरीके से हासिल हो जाता है, तो ठीक है. नहीं तो इसको कठिन तरीके से हासिल किया जाएगा. इजराइली सेना ने कहा है कि वह सीमाओं पर वापस लौटने के बाद भी गाजा के करीब 50 फीसदी हिस्से पर अपने नियंत्रण से रक्षात्मक रूप से काम करना जारी रखेगा. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने बताया कि इजराइल ने यूएन को रविवार से गाजा में बड़े पैमाने पर सहायता पहुंचाने की अनुमति दी है. अधिकारी ने नाम ने छापने की शर्त पर कहा कि इजराइल सेना की तरफ से अनुमति नहीं मिलने की वजह से गाजा में मानवीय सहायता नहीं दी गई, जिसके कारण वहां पर कुपोषण और अकाल की स्थिति पैदा हो गई. वहीं, अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय नेतन्याहू और उनके पूर्व रक्षा मंत्री पर कथित तौर पर भुखमरी को युद्ध के तरीके के रूप में इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. हालांकि, इजराइली अधिकारी इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हैं. बता दें कि पहली खेप के रूप में मानवीय सहायता में 1,70,000 मीट्रिक टन को शामिल किया जाएगा. ये सामग्री पहले ही जॉर्डन और मिस्र जैसे पड़ोसी देशों पहुंचाया जा चुका है और इजराइली सेना की अनुमति का इंतजार कर रहे हैं.
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