Russo-Ukrainian War : एक अमेरिकी डेवलपर यूक्रेन में जाकर उनकी मदद कर रहा है और इसी कड़ी में उसने कीव से कुछ किलोमीटर दूर एक गांव में लोगों को घर बनाकर दिए हैं. वह लोगों से इसके लिए आर्थिक मदद भी मांग कर रहे हैं.
Russo-Ukrainian War : रूसी आक्रमण के बाद यूक्रेन में लाखों लोग विस्थापित हुए हैं और देश-विदेश में जाकर उनके परिवार बिखर गए. इसी बीच कई अमेरिकी डेवलपरों ने यूक्रेनियों के लिए आवास बनाकर दिए हैं और उन्हें एक बार फिर बसाने की कोशिश की है. युद्ध ने कई भीड़-भाड़ वाले इलाकों को बर्बाद कर दिया है और इसी कड़ी में डेवलपरों ने राजधानी कीव के पास एक निजी बस्ती में कुछ घर बनाकर राहत प्रदान करने का काम किया है और इस गांव का नाम हैनसेन हैं जिसको यूटा के एक रियल एस्टेट डेवलपर डेल लॉय हैनसेन द्वारा बनाया गया है. उन्होंने अभी तक 2022 से अब तक पूरे यूक्रेन में घरों के निर्माण और मरम्मत पर 14 करोड़ अमेरिकी डॉलर से ज्यादा खर्च किए हैं.
लोगों का दर्द देखकर यूक्रेन आया
72 वर्षीय डेल लॉय हैनसेन में अभी कई दूसरे काम करने की भी इच्छा है और वह लगातार इस पर काम भी कर रहे हैं. हैनसेन का यूक्रेन में आगमन एक सार्वजनिक आलोचना के बाद हुआ है. साल 2020 में उन्होंने अपनी मेजर लीग सॉकर टीम, रियल साल्ट लेक उन रिपोर्टों के बाद बेच दी जिनमें उन पर नस्लीवादी टिप्पणी करने का आरोप लगाया था. उन्होंने समाचार एजेंसी AP को दिए एक इंटरव्यू में सभी आरोपों को खंडन किया था. उन्होंने कहा कि मैं एक दर्दनाक दौर से गुजरा लेकिन मुझे इसने विनम्रता दी और यही सब चीज मुझे यूक्रेन लेकर आई. अपनी आंखों के सामने लोगों को सबकुछ खोते हुए देखकर हैनसेन ने कहा कि वह कार्रवाई करने के लिए बाध्य महसूस करते हैं. उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए दान नहीं है, बल्कि जिम्मेदारी है. अगर आप निर्माण कर सकते हैं, तो निर्माण कर सकें.
बुजुर्गों को बनाकर दिया आवास
हैनसेन विलेज का विस्तार, बुजुर्गों और परिवारों को नकद करने के साथ अन्य सहायता प्रदान करना और एक प्रोस्थेटिक्स क्लिनिक का समर्थन करना है. वह विस्थापित लोगों के सम्मान में एक कब्रिस्तान और एक गैर-लाभकारी किफायती आवास कार्यक्रम की योजना बना रहे हैं जिसे राष्ट्रीय स्तर पर विस्तारित किया जाएगा. यूक्रेन का आवास संकट बेहद गंभीर है. लगभग हर तीन में से एक एक नागरिक अपने घर को छोड़कर चला गया है, जो लोग घर छोड़कर गए हैं उनकी संख्या करीब 45 लाख है. पूर्वी शहर द्रिप्रो के आसपास स्वयंसेवक पुरानी इमारतों को आश्रय स्थलों में बदल रहे हैं क्योंकि युद्धग्रस्त डोनबास क्षेत्र से प्रतिदिन लोग आ रहे हैं.
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