Bihar Election 2025 : प्रचारकों की सूची में शामिल समाजवादी पार्टी के नेता सनातन पांडे ने शनिवार को कहा कि वह राज्य में प्रचार करेंगे और लोगों से महागठबंधन को वोट देने का आग्रह करेंगे.
Bihar Election 2025 : बिहार में चुनावों की तारीख तय होने और सीट बंटवारे के बाद सभी राजनीतिक दलों ने चुनावी अभियान शुरू कर दिया है. इसी बीच जनता को लुभाने के लिए पार्टियों ने आरोप प्रत्यारोप भी तेज कर दिए हैं. इसी बीच राजनीतिक दल दूसरे राज्यों से भी स्टार प्रचारकों को चुनावी राज्य में बुला रही हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने तय किया है कि उनकी पार्टी के 20 स्टार प्रचारक I.N.D.I.A. ब्लॉक के लिए प्रचार करेंगे. समाजवादी पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनावों अपने सहयोगी दलों के लिए समर्थन जुटाने के लिए अखिलेश और उनकी पत्नी डिंपल यादव समेत 20 स्टार प्रचारकों की घोषणा की है.
तेजस्वी यादव को दिया समर्थन
प्रचारकों की सूची में शामिल समाजवादी पार्टी के नेता सनातन पांडे ने शनिवार को कहा कि वह राज्य में प्रचार करेंगे और लोगों से महागठबंधन को वोट देने का आग्रह करेंगे. साथ ही यूपी और बिहार के बीच संबंध पर प्रकाश डालते हुए पांडे ने आगे कहा कि अगर बिहार में छपरा, आरा और सीवान न होते, तो हमारे आधे से ज्यादा लड़के अविवाहित रह जाते हैं. उन्होंने जिला मुख्यालय पर संवाददाताओं से कहा कि मैं बिहार जाऊंगा और लोगों से वोट मांगूंगा. साथ ही दहेज के रूप में महागठबंधन की सरकार बनवाऊंगा. समाजवादी पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का समर्थन किया है और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव को गठबंधन का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के फैसले का भी समर्थन किया है.
ये हैं समाजवादी पार्टी के प्रचारक
- अखिलेश यादव
- सांसद डिंपल यादव
- सांसद राजीव राय
- आजम खां
- इकरा हसन
- प्रिया सरोज
- किरणमय नंदा
- अफ़ज़ल अंसारी
- अवधेश प्रसाद
- बाबू सिंह कुशवाहा
- नरेश उत्तम पटेल
- रमाशंकर विद्यार्थी,
- लालजी वर्मा
- छोटेलाल खरवार
- सनातन पांडे
- पप्पू निषाद
- तेज प्रताप सिंह यादव
- ओम प्रकाश सिंह
- काशी यादव
- धर्मेंद्र सोलंकी
मुस्लिमों का जुटाएंगे वोट
समाजवादी पार्टी के स्टार प्रचारक जल्द ही मैदान में उतरेंगे और I.N.D.I.A. ब्लॉक के लिए प्रचार करना शुरू कर देंगे. पार्टी ने आजम खान को मैदान में उतारने का फैसला इसलिए किया है ताकि गठबंधन के पक्ष में मुस्लिम वोटों को एकत्रित किया जा सके. साथ ही वह मुस्लिम वोटर्स के बीच में सबसे पॉपुलर लीडर्स में से एक हैं. साथ ही अब दूसरी पार्टियों में शामिल होने और I.N.D.I.A. ब्लॉक छोड़ने वाली अटकलें भी किनारा हो गईं हैं.
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