West Bengal SIR: चुनाव आयोग एसआईआर प्रक्रिया को लेकर बहुत सख्त है. चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में नियमों का पालन न करने पर आठ बीएलओ को नोटिस जारी किया है.
9 November, 2025
West Bengal SIR: बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) सपंन्न होने के बाद अब चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल समेत 12 अन्य राज्यों में एसआईआर की प्रक्रिया चला रहा है. एसआईआर को लेकर चुनाव आयोग बहुत सख्त है. पश्चिम बंगाल में नियमों का पालन न करने पर चुनाव आयोग ने बूथ स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) पर एक्शन लिया है. चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में आठ बीएलओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
चाय की दुकान पर बांट रहे थे फॉर्म
इन अधिकारियों पर आरोप है कि वे चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के लिए घर-घर जाकर फॉर्म वितरित करने के बजाय चाय की दुकानों, स्थानीय क्लबों और अन्य जगहों से फॉर्म वितरित कर रहे थे. चुनाव आयोग ने राज्य में मतदाता सूचियों के चल रहे एसआईआर के दौरान प्रक्रियाओं का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए नए निर्देश भी जारी किए हैं. राज्य के मुख्य निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि चुनाव आयोग ने इन खामियों पर असंतोष व्यक्त किया है और सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) और जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि बीएलओ चुनावी मानदंडों के अनुसार फॉर्म वितरित करने और एकत्र करने के लिए प्रत्येक मतदाता के घर व्यक्तिगत रूप से जाएं.
बिहार मॉडल पालन करने का निर्देश
अधिकारी ने शनिवार को कहा, “आयोग ने राज्य के अधिकारियों को ‘बिहार मॉडल’ का पालन करने का निर्देश दिया है, जिसके तहत बीएलओ को मतदाताओं के घरों से सीधे फॉर्म वितरित और एकत्र करने होते हैं.” उन्होंने कहा, “कर्तव्य में लापरवाही बरतने वाले किसी भी अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. अब तक आठ बीएलओ को इन निर्देशों का कथित रूप से उल्लंघन करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.”
हेल्पलाइन नंबर जारी
अधिकारी ने बताया कि प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए, चुनाव आयोग ने जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाने और प्रत्येक 10 बूथों पर एक बीएलओ पर्यवेक्षक नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं. बता दें, आयोग ने शनिवार को एक हेल्पलाइन नंबर – 033-22310850 – शुरू किया है ताकि नागरिक पक्षपातपूर्ण व्यवहार करने वाले बीएलओ के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकें. ऐसी शिकायतों में नाम आने वाले किसी भी बीएलओ से पहले पूछताछ की जाएगी और फिर चेतावनी दी जाएगी. अगर वे दोबारा ऐसा करते पाए जाते हैं, तो विभागीय जांच का आदेश दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें- पंजाब उपचुनाव: तरनतारन की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रवजोत कौर निलंबित, शिकायत पर EC ने की कार्रवाई
