Election Commission : टीवीके के प्रमुख विजय थलापति ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आग्रह किया कि हमें भी चुनाव से संबंधित चर्चाओं में आमंत्रित किया जाए. उन्होंने कहा कि हमने तमिलनाडु की जनता का विश्वास जीता.
Election Commission : तमिलागा वेट्री कज़गम (TVK) ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर विशेष आग्रह किया. पार्टी ने अनुरोध किया कि चुनावों से संबंधित मुद्दों पर की जा रही चर्चाओं में उनकी पार्टी को शामिल किया जाए. इससे चुनावी प्रक्रिया को काफी मजबूती मिलेगी. वहीं, मुख्य चुनाव आयुक्त को दिए एक ज्ञापन में विजय ने कहा कि उनकी पार्टी ने पूरे तमिलनाडु में अपनी स्पष्ट और प्रत्यक्ष उपस्थिति दर्ज कराई है और आने वाले समय में पूरे राज्य में चुनाव लड़ेगी. ज्ञापन में विजय ने आगे कहा कि हम लोकतांत्रिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि हर नागरिक की आवाज सुनी जाए.
जनता में विश्वास रखने के लिए कर रहे हैं काम
विजय का कहना है कि मान्यता और गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को समान अवसर मुहैया कराना चाहिए. वर्तमान समय में टीवीके को परामर्श बैठकों में भाग लेने से बाहर रखा जा रहा है और यह भागीदारी में समानता से काम करता है, जो चुनावी प्रणाली की निष्पक्षता में जनता का विश्वास बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है. पार्टी ने कहा कि पारदर्शिता और समावेशिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के हित में है और हम अत्यंत विनम्रतापूर्वक अनुरोध करते हैं कि टीवीके को उचित सूचना दी जाए. साथ ही तमिलनाडु में आगामी चुनावी तैयारियों से संबंधित सभी भावी बैठकों, परामर्शों और समन्वय अभ्यासों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाए. टीवीके अध्यक्ष ने चुनाव आयोग प्रमुख से अनुरोध किया कि वे आगामी चुनावों के संबंध में राजनीतिक दलों के साथ सभी परामर्शों और चर्चाओं में टीवीके को विधिवत शामिल करने के लिए उचित निर्देश जारी करें.
SIR का किया जमकर विरोध
टीवीके के प्रमुख ने आग्रह किया कि अनुरोध को स्वीकार कर लिए जाए तो चुनावी प्रक्रिया को मजबूत करने के साझा उद्देश्य में ही मदद मिलेगी. शनिवार को विजय ने एक वीडियो जारी करके कहा कि पहली बार मतदान करने वाले वोटर्स समेत तमिलनाडु के लोगों से राज्य में चल रहे SIR के दौरान मतदाता सूची में अपना नाम सुनिश्चित करने की अपील की गई. उन्होंने दावा किया कि लापरवाही बरतने में मतदाता सूची से केवल मतदाताओं के नाम ही कटेंगे और इस प्रकार उन्हें मताधिकार से वंचित किया जाएगा. विजय ने आगे कहा कि मतदान करना न केवल हमारा अधिकार है, बल्कि हमारा जीवन भी है. अगर हम धोखा खा गए तो हमें मताधिकार नहीं मिलेगा. हम मतदाता सूची में अपना नाम सुनिश्चित नहीं करते हैं, तो SIR की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
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