World Heritage List : असम के मोइदम्स (Moidams) को 26 जुलाई को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया. मोइदम्स प्रतिष्ठित टैग पाने वाली पूर्वोत्तर की अब पहली सांस्कृतिक संपत्ति बन चुकी है.
29 July, 2024
लोकसभा में संसद की कार्यवाही के दौरान केंद्र सरकार ने एक नई जानकारी साझा की है. सरकार की तरफ से पक्ष रख रहे केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि देश में करीब 60 संपत्तियों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के लिए संभावित सूची में जगह मिली है. आपको बता दें कि संभावित सूची उन संपत्तियों की सूची होती है जिन्हें प्रत्येक राज्य पक्ष यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामांकन के लिए विचार करना चाहता है.
मोइदम्स को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में मिला स्थान
आपको बता दें कि असम के मोइदम्स को 26 जुलाई को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया. मोइदम्स प्रतिष्ठित टैग पाने वाली पूर्वोत्तर की अब पहली सांस्कृतिक संपत्ति बन चुकी है. मोइदम्स को वर्ष 2023-24 के लिए यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के लिए भारत के नामांकन के रूप में प्रस्तुत किया गया था. इस स्थल को 2014 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की अनंतिम सूची में रखा गया था.
विश्व धरोहर सूची में 42 संपत्तियों को किया गया अंकित
लोकसभा में केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि विश्व धरोहर सूची में आगे शामिल करने के लिए अनंतिम सूची में 57 संपत्तिया हैं. हालांकि, परिचालन दिशानिर्देश 2023 के अनुसार, प्रत्येक वर्ष विश्व धरोहर शिलालेख प्रक्रिया के लिए केवल एक संपत्ति प्रस्तुत की जा सकती है. अब तक 42 संपत्तियों को विश्व धरोहर सूची में अंकित किया गया है. यूनेस्को की वेबसाइट के अनुसार, सदियों पुराने मोइदम को शामिल करने के बाद भारत की अद्यतन सूची में अब 43 स्थल विश्व धरोहर सूची में हैं और 56 संपत्तियां संभावित सूची में हैं.
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