Education Update: CBSE की यह कार्रवाई शिक्षा के स्तर को बनाए रखने और स्कूलों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
Education Update: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बुधवार को 6 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 10 स्कूलों में अचानक निरीक्षण कर नियम उल्लंघन की जांच की. बोर्ड का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि सभी स्कूल CBSE के उप-नियमों के तहत संचालित हो रहे हैं और शिक्षा व बुनियादी ढांचे के मानकों का पालन कर रहे हैं.
निरीक्षण का उद्देश्य और प्रक्रिया
CBSE अधिकारियों के अनुसार, इन अचानक जांचों का मुख्य मकसद यह था कि स्कूलों में गैर-हाजिर छात्रों का नामांकन न हो और वे शैक्षणिक व भौतिक ढांचे के निर्धारित मानकों का पालन करें. बोर्ड की ओर से 10 टीमों का गठन किया गया, जिनमें एक CBSE अधिकारी और बोर्ड से संबद्ध किसी स्कूल के प्रिंसिपल शामिल थे. सभी टीमों ने तय समय पर एक साथ निरीक्षण किया, ताकि ‘सरप्राइज एलिमेंट’ बरकरार रहे और वास्तविक स्थिति सामने आ सके.
कहां-कहां हुई जांच
यह निरीक्षण असम, दिल्ली, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा में किया गया. अधिकारियों ने निरीक्षण की सटीक अवधि का खुलासा नहीं किया, लेकिन यह स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई समन्वित तरीके से अल्प समय में की गई.
नियम उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई
बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि निरीक्षण समिति की रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. CBSE का कहना है कि वह शिक्षा के मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और नियम उल्लंघन पर कड़ी सज़ा दी जाएगी.
CBSE की यह कार्रवाई शिक्षा के स्तर को बनाए रखने और स्कूलों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. अचानक किए गए इन निरीक्षणों ने साफ कर दिया है कि बोर्ड मानकों से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं करेगा.
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