SRM University-AP को Indian Institutional Ranking Framework की इमर्जिंग यूनिवर्सिटी की लिस्ट में पहला स्थान हासिल हुआ है.
SRM University Rank: अगर आप भी देश की टॉप यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने का प्लान कर रहे हैं तो आपके सामने ढेरों ऑप्शन्स हैं. अक्सर आप गूगल या कॉलेजों की वेबसाइटों पर भी सर्च करते होंगे कि उस यूनिवर्सिटी या कॉलेज को कितनी रैंकिंग मिली है. अगर आप भी किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने का प्लान कर रहे हैं तो आपको बता दें कि हाल ही में IIRF यानी कि Indian Institutional Ranking Framework में एसआरएम यूनिवर्सिटी को “द न्यू-एज इमर्जिंग यूनिवर्सिटी” के रूप में पहला स्थान हासिल हुआ है.
किस आधार पर SRM University का हुआ चयन?
अपनी उपलब्धियों की बढ़ती लिस्ट में एक और शानदार उपलब्धि जोड़ते हुए, SRM University-AP, अमरावती ने private university category के तहत भारतीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (आईआईआरएफ) 2025 द्वारा “द न्यू-एज इमर्जिंग यूनिवर्सिटी” खंड में शीर्ष स्थान हासिल किया. IIRF ने teaching-learning resources और कॉम्प्रिहेन्सिव, मेट्रिक्स, रिसर्च, इंडस्ट्री इनकम एंड इंटिग्रेशन, प्लेसमेंट स्ट्रैटेजी एंड सपोर्ट, फ्यूचर ओरिएंटेशन, एक्सटर्नल पर्सेप्शन एंड इंटरनेशनल आउटलुक के आधार पर अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों का मूल्यांकन किया. खबर है कि ये पैरामीटर एक बैलेंस्ड और समग्र मूल्यांकन प्रदान करता है जो स्टूडेंट्स, पैरेंट्स और टीचर्स को संस्थागत गुणवत्ता और प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए एक उद्देश्यपूर्ण रूपरेखा प्रदान करते हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, SRM University-AP ने सभी महत्वपूर्ण मानदंडों पर शीर्ष स्कोर हासिल किए और शीर्ष स्थान का दावा किया.
क्या बोले चांसलर डॉ. पी सत्यनारायण?
SRM University-AP के चांसलर डॉ. पी सत्यनारायण ने इस उपलब्धि पर काफी खुशी जताई. डॉ. पी सत्यनारायण ने कहा, “SRM-AP की जर्नी हमेशा हमारी बाउंड्रीस को आगे बढ़ाने के बारे में रही है, चाहे वो टीचिंग हो, रिसर्च हो या स्टूडेंट एम्पावर्मेंट हो. इस टॉप रैंक को हासिल करना फ्यूचर के लिए तैयार स्टूडेंट सेंट्रिक लर्निंग ईकोसिस्टम बनाने के हमारे दृष्टिकोण को और मजबूत करता है. हम लगातार इनोवेशन्स को अपनाना जारी रखेंगे और इससे भी अधिक ऊंचाइयों के लिए कोशिश करेंगे.”
वाइस चांसलर मनोज के अरोड़ा ने जताई खुशी
एसआरएम यूनिवर्सिटी-एपी के वाइस चांसलर प्रोफेसर मनोज के अरोड़ा ने भी इस मौके पर खुशी जताई. खुशी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “IIRF द्वारा यह मान्यता मिलना बेहद खास है. ये उपलब्धि हमारी फैकल्टी, स्टूडेंट्स और वर्कर्स के डेडिकेशन और इनोवेशन का ही रिजल्ट है. एसआरएम-एपी में, हम केवल एक विश्वविद्यालय का निर्माण नहीं कर रहे हैं, हम भविष्य के नेताओं का पोषण कर रहे हैं जो एक गतिशील दुनिया में पनपने के लिए तैयार हैं. अत्याधुनिक शोध, उद्योग सहयोग और वैश्विक दृष्टिकोण पर हमारा ध्यान हमें नए युग के विश्वविद्यालय के रूप में अलग करता है.”
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