Akshay Kumar: बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार के डीपफेक वीडियो को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट ने अपने फैसला सुनाया है. आप भी जानें पूरा मामला.
18 October, 2025
Akshay Kumar: बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार ने हाल ही में अपने नाम, फोटो और आवाज़ के गलत इस्तेमाल होने पर सख्त कदम उठाया. एक्टर ने इसके खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था. अब कोर्ट ने उन्हें अंतरिम सुरक्षा (interim protection) देते हुए कहा है कि, डीपफेक इमेज और वीडियो वाकई परेशना करने वाले हैं, क्योंकि ये बिल्कुल असली जैसे लगते हैं. वहीं, बुधवार को जस्टिस आरिफ डॉक्टर की बेंच ने ये आदेश जारी किया और गुरुवार को इसे पब्लिक किया गया. कोर्ट ने कहा कि, आजकल AI से बनाए गए वीडियो और फोटोज इतनी रीयल लगती हैं कि असली-नकली में फर्क करना लगभग नामुमकिन हो गया है.

समाज के लिए खतरा
अदालत ने अक्षय कुमार के उस डीपफेक वीडियो पर भी कमेंट किया जिसमें उन्हें साम्प्रदायिक बयान और ऋषि वाल्मीकि पर टिप्पणी करते हुए दिखाया गया था. इसे लेकर कोर्ट ने कहा कि, ऐसे वीडियो न सिर्फ एक्टर के व्यक्तित्व और नैतिक अधिकारों का उल्लंघन करते हैं, बल्कि समाज और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए भी खतरा हैं. कोर्ट ने ये भी माना कि इस तरह का फेक कंटेंट का मोटिव सिर्फ किसी की इमेज को नुकसान पहुंचाना नहीं, बल्कि लोगों में कन्फ्यूज और तनाव फैलाना भी है.
अक्षय कुमार की शिकायत
अक्षय कुमार ने हाई कोर्ट में पिटीशन फाइल करके कहा था कि सोशल मीडिया और कुछ वेबसाइट्स पर उनके नाम और चेहरे का गलत तरीके से इस्तेमाल हो रहा है. उन्होंने मांग की थी कि उनके नाम, फोटो, वीडियो और आवाज़ से जुड़े सभी फर्जी कंटेंट हटाए जाएं. साथ ही फ्यूचर में इस तरह के कंटेंट पर बैन लगाया जाए. इसके बाद हाई कोर्ट ने अपने आदेश में साफ कहा कि अक्षय कुमार जैसे फेमस सेलिब्रिटी के भी अपने पर्सनैलिटी राइट्स होते हैं. इसमें उनका नाम, स्क्रीन नेम, चेहरा, आवाज़, टोन और परफॉर्मेंस स्टाइल शामिल है. ऐसा कोई भी व्यक्ति या संस्था, जो इन अधिकारों का बिना परमिशन यूज करती है, वो अक्षय कुमार के पर्सनैलिटी राइट्स का उल्लंघन करती है. यही वजह है कि अदालत ने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को आदेश दिया कि ऐसे सभी दीपफेक और फर्जी कंटेंट तुरंत हटाए जाएं और आगे भी कोई नया पोस्ट न किया जाए.

डीपफेक से परेशान सेलिब्रिटी
हाल ही में डीपफेक वीडियोज़ ने बॉलीवुड और डिजिटल दुनिया में नई चिंता पैदा कर दी है. कुछ दिन पहले ही हाई कोर्ट ने आशा भोसले और सुनील शेट्टी को भी ऐसी ही राहत दी थी. दरअसल, दोनों ने अपने नाम और चेहरे के फर्जी इस्तेमाल के खिलाफ पिटीशन फाइल की थी. अक्षय कुमार के इस केस ने एक बार फिर ये साफ कर दिया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जितना एंटरटेनिंग है, उतना ही खतरनाक भी बनता जा रहा है. अब देखना होगा कि बॉलीवुड के बाकी स्टार्स भी अपनी पर्सनैलिटी राइट्स की सुरक्षा के लिए कदम उठाते हैं, या नहीं.
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