China’s Operation Dragon: रेडनोट, जिसे चीन में शियाओहोंगशु (Xiaohongshu) के नाम से जाना जाता है, एक चीनी सोशल मीडिया और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है.
China’s Operation Dragon: भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच चीन ने भारत में एक नई साजिश को अंजाम देने के लिए रेडनोट (Xiaohongshu) नामक सोशल मीडिया ऐप का इस्तेमाल शुरू किया है. खुफिया सूत्रों के अनुसार, इस ऐप को ‘ऑपरेशन ड्रैगन’ के तहत एक गुप्त हथियार के रूप में उपयोग किया जा रहा है, जिसका मकसद भारत में दुष्प्रचार और अस्थिरता फैलाना है.
रेडनोट ऐप क्या है?
रेडनोट, जिसे चीन में शियाओहोंगशु (Xiaohongshu) के नाम से जाना जाता है, एक चीनी सोशल मीडिया और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है. यह 2013 में शंघाई की कंपनी Xingyin Information Technology द्वारा शुरू किया गया था और इसे ‘चीन का इंस्टाग्राम’ कहा जाता है. इस ऐप पर यूजर्स शॉर्ट-फॉर्म वीडियो, तस्वीरें और टेक्स्ट पोस्ट शेयर करते हैं, जो खासकर फैशन, ट्रैवल, मेकअप और लाइफस्टाइल से जुड़े होते हैं. यह ऐप मुख्य रूप से युवा और महिला यूजर्स के बीच लोकप्रिय है और इसके 300 मिलियन से ज्यादा मासिक सक्रिय यूजर्स हैं.
‘ऑपरेशन ड्रैगन’ और रेडनोट की भूमिका
खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेडनोट को भारत में फर्जी खबरें और मनोवैज्ञानिक युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. खासकर पूर्वोत्तर भारत में यह ऐप सक्रिय है, जहां यह भ्रामक जानकारी और प्रोपेगेंडा फैलाने का काम कर रहा है. इसके जरिए संवेदनशील मुद्दों पर गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं, जिससे सामाजिक और राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश हो रही है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह ऐप भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है, क्योंकि यह चीनी सरकार के सेंसरशिप नियमों के तहत काम करता है और यूजर डेटा पर उसका नियंत्रण है.
डेटा प्राइवेसी और सेंसरशिप का खतरा
रेडनोट यूजर डेटा जैसे IP एड्रेस और ट्रैकिंग जानकारी एकत्र करता है, जो चीनी डेटा सुरक्षा कानूनों के तहत सरकार के साथ साझा किया जा सकता है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इसकी पारदर्शिता की कमी और मुख्य रूप से मंदारिन में उपलब्ध टर्म्स एंड कंडीशंस गैर-चीनी भाषी यूजर्स के लिए जोखिम बढ़ाते हैं. इसके अलावा, ऐप पर सख्त सेंसरशिप नीतियां लागू हैं, जो राजनी perennial issues, ड्रग्स और अन्य संवेदनशील विषयों पर सामग्री को सीमित करती हैं, जिससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्रभावित हो सकती है.
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
भारत में रेडनोट की बढ़ती लोकप्रियता और इसके संभावित दुरुपयोग ने सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है. सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस ऐप पर साझा की जाने वाली जानकारी के प्रति सतर्क रहें और अपनी निजी जानकारी को सीमित करें. साथ ही, सोशल मीडिया पर अफवाहों और फर्जी खबरों से बचने की सलाह दी गई है.
चीन का रेडनोट ऐप भारत में एक नए साइबर खतरे के रूप में उभर रहा है. ‘ऑपरेशन ड्रैगन’ के तहत इसका इस्तेमाल न केवल दुष्प्रचार के लिए, बल्कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने के लिए भी किया जा रहा है. ऐसे में, नागरिकों और सरकार को मिलकर इस खतरे का मुकाबला करने की जरूरत है.
