Israel-Hamas: दो साल की लंबी जंग के बाद इज़राइल और हमास के बीच ऐतिहासिक युद्धविराम हुआ. आज यानी 13 अक्टूबर को 20 बंधकों को रिहा किया जा रहा है. इस वजह से इजराइल में भी जश्न का माहौल है.
13 October, 2025
Israel-Hamas: दो साल से जारी खूनी जंग के बाद आखिरकार इज़राइल और हमास ने शांति को चुन लिया है. सोमवार को इज़राइल गाज़ा से अपने आख़िरी 20 ज़िंदा बंधकों का स्वागत करने की तैयारी में है. वहीं, फ़लस्तीन की तरफ से सैकड़ों कैदियों की रिहाई का रास्ता साफ़ हो गया है. इस सीजफायर के साथ दोनों देशों में एक नई शुरुआत की उम्मीदें फिर से जाग उठी हैं.
इज़राइल में राहत
तेल अवीव में सुबह से ही माहौल बना हुआ है. लोग Hostages Square में इकट्ठा होकर बड़ी स्क्रीन पर लाइव टेलिकास्ट का इंतज़ार कर रहे हैं. ये वही बंधक हैं जिन्हें अक्टूबर 2023 के हमास हमले में किडनैप किया गया था. तब से अब तक देशभर में हज़ारों लोग हर हफ्ते सड़कों पर उतरकर उनकी वापसी की मांग करते रहे. इन बंधकों की रिहाई को इज़राइल के लिए एक इमोशनल चैप्टर का अंत माना जा रहा है. सोमवार को इन्हें इंटरनेशनल रेड क्रॉस के ज़रिए इज़रायली सेना को सौंपा जाएगा, जहां रईम मिलिट्री बेस पर परिवारों से मुलाकात कराई जाएगी. हालांकि, बाकी 28 बंधकों के शवों के लौटने को लेकर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है.
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कैदियों की रिहाई
इस समझौते के तहत इज़राइल 250 उम्रकैद पाए कैदियों समेत लगभग 2,000 फ़लस्तीनियों को रिहा करेगा. इनमें से कुछ को वेस्ट बैंक, कुछ को गाज़ा और कुछ को निर्वासन में भेजा जाएगा. इज़राइल जहां इन्हें आतंकी मानता है, वहीं फ़लस्तीन में इन्हें आजादी के सिपाही के रूप में देखा जाता है. यही वजह है कि इज़राइल ने वॉर्निंग दी है कि वेस्ट बैंक में इनकी रिहाई पर पब्लिक सेलिब्रेशन न मनाया जाए, ताकि शांति प्रक्रिया पर असर न पड़े.
ट्रंप का दौरा
इस ऐतिहासिक मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी पहुंचे हैं. वो पहले इज़राइल में बंधकों के परिवारों से मिलेंगे और फिर मिस्र जाएंगे. यहां वो राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के साथ पीस समिट की सह-अध्यक्षता करेंगे. इस सम्मेलन में कई अंतरराष्ट्रीय नेता और फ़लस्तीनी अथॉरिटी के प्रमुख महमूद अब्बास भी शामिल होंगे. हाल ही में ट्रंप ने रवाना होते हुए कहा कि जंग खत्म हो चुकी है और मुझे उम्मीद है कि सीजफायर कायम रहेगा.
गाज़ा में बहार
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इज़राइल ने अब तक लगभग 1,90,000 टन मानवीय सहायता गाज़ा भेजने की मंज़ूरी दी है. अब रोज़ाना 600 ट्रकों की एंट्री तय की गई है. यूएन ह्यूमैनिटेरियन चीफ टॉम फ्लेचर ने बताया कि गाज़ा का ज्यादातर इलाका अब खंडहर बन चुका है. लेकिन अगले दो महीनों में वहां ज़रूरी मेडिकल और फूड सप्लाई बहाल करने की योजना तैयार है.
तबाही के बाद नई शुरुआत
अक्टूबर 2023 में हमास के हमले में 1,200 इज़रायली मारे गए थे. जवाबी कार्रवाई में 67,000 से ज्यादा फ़लस्तीनी जान गंवा चुके हैं. इस वॉर में लाखों लोग बेघर हो गए हैं. अब जबकि बंधकों की वापसी और सीजफायर लागू हो गया है, तो दुनिया भर की नज़रें इस पर टिकी हैं कि क्या ये कदम लंबे समय तक टिकने वाली शांति की दिशा में पहला ठोस कदम साबित होगा?
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