Home Top News जिन अवशेषों को गाजा से बरामद किया उन्हें ही बंधक बनाकर इजराइल को सौंपा, जानें पूरा मामला

जिन अवशेषों को गाजा से बरामद किया उन्हें ही बंधक बनाकर इजराइल को सौंपा, जानें पूरा मामला

by Sachin Kumar
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Israel Hamas Ceasefire: इजराइली मीडिया का कहना है कि उनकी संभावित विकल्पों में गाजा में मानवीय सहायता की आपूर्ति रोकना, गाजा पर इजराइली निमंत्रण का विस्तार करना या हमास नेताओं को निशाना बनाकर हवाई हमला करना शामिल है.

Israel Hamas Ceasefire: गाजा जारी सीजफायर के बीच एक बार फिर युद्ध की कगार पर पहुंच सकता है. इजराइल के प्रधानंमत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने मंगलवार को बड़ा खुलासा किया. नेतन्याहू ने कहा है कि हमास की ओर से लौटाए गए एक बंधक के अवशेष करीब दो साल पहले इजराइली सैनिकों द्वारा गाजा में बरामद किए गए एक अन्य बंधक के शरीर के अंग है. इस बयान के बाद अमेरिका द्वारा मध्यस्थता वाले कमजोर युद्धविराम समझौते के टूटने का खतरा पैदा हो गया है. इस युद्धविराम समझौते के तहत हमास से उम्मीद की जाती है कि वह जल्द से जल्द सभी इजराइली बंधकों के अवशेष लौटा देगा. इसी बीच नेतन्याहू ने शवों के अंगों की वापसी को आतंकवादी समूह द्वारा युद्धविराम समझौते का स्पष्ट उल्लंघन बताया.

शवों को निकालना हुआ काफी मुश्किल

वहीं, इजराइली मीडिया का कहना है कि उनकी संभावित विकल्पों में गाजा में मानवीय सहायता की आपूर्ति रोकना, गाजा पर इजराइली नियंत्रण का विस्तार करना या हमास नेताओं को निशाना बनाकर हवाई हमला करना शामिल है. बताया जा रहा है कि गाजा में अभी भी 13 बंधकों के शव है और इन अवशेषों की धीमी बरामदगी युद्धविराम के अगले चरणों को लागू करने में चुनौती पेश कर रही है. हमास ने आगे कहा कि गाजा में भारी तबाही के बीच उसे शवों का पता लगाने से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी तरफ इजराइल ने चरमपंथी समूह पर जानबूझकर शवों की वापसी में देरी करने का आरोप लगाया है. तटीय क्षेत्र में दो साल तक चले इजराइल-हमास युद्ध के दौरान इजराइली सेना ने करीब 51 बंधकों के शवों को बरामद किया है.

हमास के हमले में हुई थी 1200 लोगों की मौत

पीएम नेतन्याहू के कार्यालय ने बताया कि रात भर वापस आए अवशेषों की पहचान ओफिर जारफती के रूप में हुई है. जारफती का अपहरण नोवा संगीत समारोह से 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के नेतृत्व में इजराइल पर हुए हमले में हुआ था, जिससे युद्ध शुरू हुआ था. इस हमले में इजराइल के 1200 लोगों की मौत हुई थी और करीब 251 लोगों का अपहरण किया गया था. आपको बताते चलें कि जारफती की कैद में ही मौत हो गई थी और उनका शव नवंबर 2023 में इजराइली सैनिकों ने बरामद किया था. मार्च 2024 में उनके परिवार को दफनाने के लिए अतिरिक्त अवशेष मिले. जारफती के परिवार ने एक बयान में कहा कि यह तीसरी बार है जब हमें ओफिर की कब्र खोलने और अपने बेटे को दोबारा दफनाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. परिजनों ने आगे कहा कि तब से हम एक ऐसे घाव के साथ जी रहे है जो लगातार खुलता जा रहा है और उन्होंने शरीर के अंगों की वापसी को घृणित हेरफेर बताया गया है.

यह भी पढ़ें- अग्रिवीरों को निजी एजेंसियों में शामिल करने पर कांग्रेस सख्त, कहा- पूंजीवादी तिजोरियां को भरने का काम किया

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