Ukraine-Russia War : यूक्रेन और रूस के बीच में जारी युद्ध हाल ही में थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है. इसी बीच डोनाल्ड ट्रंप लगातार कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द कोई समझौता हो जाए.
Ukraine-Russia War : रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध चौथे वर्ष में प्रवेश कर गया है और रशिया की तरफ से हमले भी तेज हो गए हैं. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) शांतिदूत बनकर लगातार युद्ध को रोकने के लिए चर्चा कर रहे हैं. उन्होंने सबसे पहले रूसी प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ शिखर सम्मेलन किया और उसके बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से व्हाइट हाउस में चर्चा की. इस चर्चा के दौरान ट्रंप ने दो महत्वपूर्ण बात की. उससे पहली यह कि वह पुतिन-जेलेंस्की के बीच आमने सामने की बैठक को लेकर व्यवस्था कर रहे हैं. दूसरी बात- शांतिवार्ता खत्म होने के बाद यूक्रेन को अमेरिका और यूरोप से सुरक्षा की गारंटी मिलेगी.
रूस-यूक्रेन में होगा शांति समझौता
वहीं, बताया जा रहा है कि इस बैठक में यूरोपीय नेताओं की उपस्थिति का निस्संदेह गहरा प्रभाव पड़ा है. साथ ही अलास्का में रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ ट्रंप के हालिया शिखर वार्ता के बाद वे चिंतित थे कि पुतिन की अतिवादी मांगों का समर्थन करके ट्रंप अमेरिका को रूसी रुख के साथ जोड़ रहे हैं. दूसरी तरफ ट्रंप ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह अमेरिकी सेना को यूक्रेन की धरती पर नहीं उतारेंगे, लेकिन हवाई सुरक्षा जरूर प्रदान करेंगे. मंगलवार को वाशिंगटन में अमेरिका और यूरोपियन शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने शांति समझौते की प्रक्रिया पर चर्चा की. एक अमेरिकी अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि पश्चिम नेता समझौते पर लगातार चर्चा कर रहे हैं.
भविष्य में मिली सुरक्षा की गारंटी
व्हाइट हाउस में जेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेनी सेना के लिए वित्तीय सहायता और भविष्य में किसी भी सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा होगी. इसके अलावा विकास और उत्पादन के साथ-साथ खरीद में रणनीतिक साझेदारी भी शामिल होगी. उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन के लिए पहली प्राथमिकता है कि उसके पास भविष्य में रूसी हमलों से खुद की रक्षा करने के लिए पर्याप्त मजबूत सेना होनी चाहिए. इसके अलावा कुछ रिपोर्टों में यह भी दावा किया है कि सुरक्षा गारंटी में यूक्रेन अपने यूरोपीय सहयोगियों के माध्यम से करीब 90 अरब अमेरिकी डॉलर के सैन्य उपकरण खरीदेगा. जेलेंस्की ने भविष्य में अमेरिका द्वारा यूक्रेन निर्मित ड्रोन खरीदने की भी संभावना का सुझाव दिया.
गठबंधन सदस्यों की मदद करता है नाटो
बता दें कि नाटो का अनुच्छेद 5 में बताया गया है कि गठबंधन के सदस्यों को किसी एक सदस्य पर हमला होने पर पूर्ण सैन्य हस्तक्षेप के लिए बाध्य करता है. यह नाटो देशों को भी यह तय करने की अनुमति देता है कि किसी प्रकार का समर्थन प्रदान किया जाए. लेकिन यह यूक्रेन के लिए पर्याप्त नहीं होगा कि नाटो सीधे तौर पर उसकी मदद करें, क्योंकि वह नाटो का सदस्य नहीं है. यूक्रेन पहले ही एक विफल सुरक्षा व्यवस्था का परिणाम देख चुका है.
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