Home Latest News & Updates ‘मां, मैंने चोरी नहीं की…’ चिप्स के पैकेट चुराने का लगा झूठा आरोप, आहत किशोर ने कीटनाशक खाकर दे दी जान

‘मां, मैंने चोरी नहीं की…’ चिप्स के पैकेट चुराने का लगा झूठा आरोप, आहत किशोर ने कीटनाशक खाकर दे दी जान

by Sanjay Kumar Srivastava
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committed suicide

पश्चिम मेदिनीपुर जिले के पंसकुरा में एक दुकानदार ने 12 वर्षीय लड़के पर चोरी का आरोप लगाया और उसे उठक-बैठक करने को कहा. इसके बाद उसने कीटनाशक खाकर अपनी जान दे दी.

Kolkata: पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले के पंसकुरा कस्बे में चिप्स चोरी के झूठे आरोप से आहत होकर एक किशोर ने जान दे दी. बताया जाता है कि बालक चिप्स खरीदने के लिए कस्बे की एक दुकान पर गया था. लेकिन उस समय दुकान पर मालिक नहीं था. बालक कुछ देर तक खड़ा होकर दुकानदार का इंतजार करता रहा. इसके बाद बालक ने एक चिप्स का पैकेट उठा लिया, इस बीच दुकानदार भी आ गया और बालक पर चोरी का आरोप लगा दिया. जबकि बालक ने कहा कि उसने चोरी नहीं की है, आप पैसा ले लीजिए. तो दुकानदार नहीं माना.

चोरी का आरोप लगाते हुए किशोर से कराई उठक-बैठक

पश्चिम मेदिनीपुर जिले के पंसकुरा में एक दुकानदार ने 12 वर्षीय लड़के पर चोरी का आरोप लगाया और उसे उठक-बैठक करने को कहा. इसके बाद उसने कीटनाशक खाकर अपनी जान दे दी. पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि 7वीं कक्षा के छात्र कृष्णेन्दु दास ने गुरुवार शाम पंसकुरा इलाके के गोसाईबर बाजार में एक दुकान से चिप्स का पैकेट उठा लिया, क्योंकि वह दुकानदार को नहीं ढूंढ़ पाया था. अधिकारी ने बताया कि उसने बार-बार अंकल मैं चिप्स खरीदूंगा चिल्लाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. अंत में एक पैकेट चिप्स लेकर दुकान से चला गया. इसके बाद दुकानदार ने उसे पकड़कर थप्पड़ मारा और सबके सामने उठक-बैठक करने को कहा.

दुकानदार को चिप्स का पैसा देने के लिए तैयार था किशोर

जबकि लड़के ने कहा कि उसने दुकान के सामने चिप्स के पैकेट को उठाया था और बाद में भुगतान करने आता. उसने दुकान मालिक की सहमति के बिना पैकेट उठाने के लिए माफी मांगते हुए तुरंत भुगतान करने की पेशकश भी की, लेकिन दुकानदार ने उस पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. इसके बाद कृष्णेंदु अपनी मां के साथ घर लौटा. किशोर ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया. जब काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो मां को चिंता हुई. इसके बाद मां ने पड़ोसियों के साथ मिलकर दरवाजा तोड़ा. देखा कि उसके मुंह से झाग निकल रहा था और कीटनाशक की बोतल उसके बगल में पड़ी थी.

कीटनाशक के सेवन के लिए मां से मांगी माफी

अधिकारी ने बताया कि बगल में उसके द्वारा बंगाली में लिखा गया एक नोट पड़ा मिला. “मां, मैं चोर नहीं हूं. मैंने चोरी नहीं की. जब मैं इंतजार कर रहा था तो चाचा (दुकानदार) आसपास नहीं थे. लौटते समय मैंने सड़क पर कुरकुरे का पैकेट पड़ा देखा और उसे उठा लिया. मुझे कुरकुरे बहुत पसंद है. किशोर ने कहा कि जाने से पहले ये मेरे आखिरी शब्द हैं. कृपया कीटनाशक के सेवन के लिए मुझे माफ करें. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया और आईसीयू में भर्ती कराया गया लेकिन कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई.

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