03 February 2024
इन 4 कारणों से बढ़ सकती है एंग्जाइटी
एंग्जाइटी आज के समय में एक आम समस्या बनती जा रही है। हालांकि, एंग्जाइटी हर इंसान को किसी न किसी वजह से होती रहती है। वैसे तो एंग्जाइटी उन लोगों के लिए परेशानी की बात है जो लोग डिप्रेशन की समस्या से जूझ रहे हैं। इस दौरान हार्ट बीट बढ़ जाती है और ब्रीदिंग फास्ट हो जाती है जिससे बेचैनी और घबराहट महसूस होती है। इससे पसीना आने के साथ-साथ हाई ब्लड प्रेशर की भी समस्या होने लगती है। इसे दवाओं से कंट्रोल किया जा सकता है, मगर इसकी वजह समझ न आ रही हो, तो मान लें आपकी लाइस्टाइल से जुड़ी कुछ आदतें एंग्जाइटी का कारण बन रही हैं। जानते हैं उन खराब आदतों के बारे में।
मील स्किप न करें
ग्लूकोज हमारे शरीर का ऐसा तत्व होता है जो दिमाग के लिए जरूरी है। इससे दिमाग 100 प्रतिशत ठीक तरीके से काम करता है। वहीं, शरीर में ग्लूकोज की कमी से थकान और एंग्जाइटी होती है। खाना शरीर में ग्लूकोज का स्तर बनाए रखता है इसलिए रोजाना दिन की पूरी मील लें।
बॉडी को हाइड्रेट रखें
शरीर को सुचारू तौर पर चलाने के लिए हाइड्रेट बनाए रखने की आवश्यकता होती है। अगर बॉडी डिहाइड्रेशन का शिकार होती है तो दिमाग की गतिविधि कम होने लगती है जिसके चलते थकान और एंग्जाइटी फील होती है। ऐसे में बेहतर होगा कि रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य हेल्दी ड्रिंक का सेवन करें।
ताजा हवा में जाएं
आज के समय में ज्यादातर लोग इनडोर रहकर फोन या लैपटॉप पर अपनी दिनचर्या गुजारते हैं। ऐसा करने से शरीर को फ्रेश एयर नहीं मिल पाती जिससे दिमाग तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंचती। ब्रेन ठीक तरीके से कार्य करने में सक्षम नहीं हो पाता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप रोज थोड़ी देर खुली हवा में जरूर बैठें और एंग्जायटी को दूर भगाएं।
अच्छी और पर्याप्त नींद लें
आज के समय में लोगों का स्लीप पैटर्न खराब हो चुका है। न तो वो टाइम से सोते हैं और न ही जागते हैं। कई बार उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती जिससे एंग्जायटी की प्रॉब्लम होने लगती है। ऐसे में अपनी लाइफस्टाइल और स्लीप पैटर्न सुधारें।
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