Vijayadashami festival: देशभर में दशहरा उत्सव धूमधाम से मनाया गया. दिल्ली के लाल किला मैदान पर श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित विजयादशमी उत्सव में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल हुईं.
Vijayadashami festival: देशभर में दशहरा उत्सव धूमधाम से मनाया गया. दिल्ली के लाल किला मैदान पर श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित विजयादशमी उत्सव में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल हुईं. राष्ट्रपति ने प्रतीकात्मक रूप से तीर चलाकर रावण के पुतले का दहन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि मानवता अच्छाई की जीत से फलती-फूलती है और भारतीय सेना का ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के रावण पर मानवता की विजय का प्रतीक है. विजयादशमी के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जब आतंकवाद का दानव मानव जाति पर आक्रमण करता है, तो उसका वध करना आवश्यक हो जाता है. भारतीय सेना द्वारा किया गया ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के रावण पर मानवता की विजय का प्रतीक है. इसके लिए हम भारत माता की रक्षा करने वाले प्रत्येक योद्धा को नमन करते हैं और उनका आभार व्यक्त करते हैं.
दशहरे की दी शुभकामनाएं
उधर, गुरुग्राम के गौशाला ग्राउंड में दशहरा मेला समिति द्वारा आयोजित दशहरा कार्यक्रम में बुराई और असत्य के प्रतीक रावण कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन हुआ. फरीदाबाद में विजयदशमी के अवसर पर शहर के विभिन्न दशहरा मैदानों में रावण दहन का भव्य आयोजन किया गया. सेक्टर-31 स्थित दशहरा मैदान और एनआईटी क्षेत्र के दशहरा मैदान में हजारों की संख्या में लोग रावण दहन देखने पहुंचे. कार्यक्रम के दौरान रावण के साथ-साथ मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों का भी दहन किया गया. आतिशबाजी की गूंज और रंग-बिरंगे पटाखों की रोशनी से पूरा वातावरण गूंज उठा. मेले में झूले, खान-पान के स्टॉल्स और मनोरंजन के अन्य साधनों ने बच्चों से लेकर बड़ों तक का खूब मनोरंजन किया. दूर-दूर से आए लोगों ने इस आयोजन का आनंद उठाया और दशहरे की शुभकामनाएं एक-दूसरे को दीं.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, जिससे कार्यक्रम शांतिपूर्वक और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ. रावण दहन देखने आए लोगों ने कहा कि यह पर्व हमें सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है.पूरे देश में उल्लासपूर्वक दशहरा मनाया जा रहा है, जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है.यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. यह त्योहार भगवान राम की राक्षसराज रावण पर विजय और देवी दुर्गा की महिषासुर पर विजय का प्रतीक है. दशहरा आश्विन माह के 10वें दिन पड़ता है, जो नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव का समापन है. इस दिन विभिन्न अनुष्ठान और परंपराएं मनाई जाती हैं, जिसके बाद रामलीला मंचन, दुर्गा प्रतिमा विसर्जन और मैसूर परेड जैसे क्षेत्रीय जुलूस निकाले जाते हैं. सूर्यास्त के बाद रावण के पुतले के दहन के साथ इसका समापन होता है. लखनऊ, पटना, जोधपुर, जयपुर में भी धूमधाम से दशहरा मनाया गया.
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