Al Falah Group Chairman Arrested: ईडी ने अल फलाह ग्रुप के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया है. अधिकारियों ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत यह गिरफ्तारी की गई है.
19 November, 2025
Al Falah Group Chairman Arrested: लाल किला ब्लास्ट की जांच के बीच एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) अल फलाह ग्रुप के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. मंगलवार को अल फलाह यूनिवर्सिटी और उसके 25 ठिकानों पर दिनभर छापेमारी के बाद ईडी ने अल फलाह ग्रुप के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने बताया कि सिद्दीकी को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के क्रिमिनल प्रोविजन के तहत हिरासत में लिया गया है. मंगलवार रात को कोर्ट में पेश किए जाने के बाद कोर्ट ने ईडी को 13 दिन की रिमांड दी है.
48 लाख रुपए बरामद
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने सुबह करीब 5:15 बजे से शुरू हुई छापेमारी के दौरान 48 लाख रुपये कैश भी जब्त किया है. दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज दो FIR पर संज्ञान लेते हुए PMLA के तहत केस दर्ज करने के बाद दिल्ली-NCR में कुल 19 जगहों पर छापेमारी की गई. ED के जांचकर्ताओं ने दिल्ली के ओखला इलाके में अल फलाह ट्रस्ट के एक ऑफिस पर भी छापा मारा, जिसके चारों ओर पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने सुरक्षा घेरा बना दिया था. अब तक, NIA ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो “सुसाइड बॉम्बर” डॉ. उमर नबी के कथित करीबी बताए जा रहे हैं.
चैरिटेबल ट्रस्ट से बना अल फलाह ग्रुप
अल फलाह यूनिवर्सिटी हरियाणा के फरीदाबाद जिले के धौज इलाके में है और यह एक मेडिकल कॉलेज-कम-हॉस्पिटल है. अधिकारियों के अनुसार, ED को ऐसे एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन मिले, जिनका मालिकाना हक और फाइनेंशियली कंसोलिडेशन आखिरकार अल फलाह ट्रस्ट के तहत था, जिसे असल में सिद्दीकी कंट्रोल करता था. पूरे अल-फलाह ग्रुप ने 1990 के दशक से बहुत तेजी से तरक्की की है और एक बड़ी एजुकेशनल बॉडी में बदल गया है. उन्होंने कहा कि अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट को एक पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट डीड से बनाया गया था, जिसमें सिद्दीकी को पहले ट्रस्टियों में से एक और मैनेजिंग ट्रस्टी बनाया गया था.
शेल कंपनियों में डायवर्ट किए गए पैसे
एजेंसी ने आरोप लगाया कि ट्रस्ट ने करोड़ों रुपये परिवार की कंपनियों को “डायवर्ट” किए. उदाहरण के लिए, अधिकारियों ने कहा, कंस्ट्रक्शन और केटरिंग के कॉन्ट्रैक्ट सिद्दीकी ने अपनी पत्नी और बच्चों की कंपनियों को दिए थे. ग्रुप की कई शेल कंपनियों की पहचान की गई है. उन्होंने कहा कि कई दूसरे एक्ट के तहत भी कई उल्लंघनों का पता चला है. ट्रस्ट और उसकी एक्टिविटीज को कंट्रोल करने में सिद्दीकी की भूमिका कई सबूतों से सामने आई है.
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