Home Top News Indigo की विफलता पर राहुल गांधी का केंद्र पर हमला, बोले- ये सब एकाधिकार मॉडल का नतीजा

Indigo की विफलता पर राहुल गांधी का केंद्र पर हमला, बोले- ये सब एकाधिकार मॉडल का नतीजा

by Sachin Kumar
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Rahul Gandhi News : इंडिगो संकट को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश कॉम्पिटिशन चाहता है लेकिन सरकार मोनोपॉली मॉडल तैयार कर रही है.

Rahul Gandhi News : लोकसभा में प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी ने इंडिगो संकट पर अपनी चुप्पी तोड़ दी है और उन्होंने इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया है. देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो के परिचालन में विभिन्न व्यवधान को लेकर कांग्रेस नेता ने शुक्रवार को आरोप लगाया ये सब केंद्र की मोनोपॉली मॉडल का नतीजा है और जोर देकर कहा कि भारत हर एक सेक्टर में विकास करने का हकदार रखता है, लेकिन मैच-फिक्सिंग मोनोपॉली इसको आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं. आपको बताते चलें कि गुरुवार को इंडिगो द्वारा 550 और शुक्रवार को 400 फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं है और सैकड़ों यात्रियों के ट्रैवल प्लान पर बुरा असर पड़ा है. गांधी ने कहा कि भारत का आम नागरिक कैंसलेशन और लाचारी के रूप में इसकी कीमत चुका रहा है.

भारत कॉम्पिटिशन का हकदार : राहुल

लोकसभा में विपक्ष के नेता ने एक्स पोस्ट में कहा कि इंडिगो का फiasco इस सरकार के मोनोपॉली मॉडल की कीमत है. उन्होंने आगे कहा कि भारत हर सेक्टर में कॉम्पिटिशन का हकदार है, न कि मैच फिक्सिंग मोनोपॉली का. इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पिछले साल के एक अखबार में एक आर्टिकल की कटिंग के शेयर करते हुए लिखा था कि ऑरिजनल ईस्ट इंडिया कंपनी करीब 150 साल पहले खत्म हो गई थी, लेकिन उस वक्त इसने जो डर पैदा किया था वह अब नए तरह के मोनोपॉलिस्ट्स के आने से वापस आ गया है, जिन्होंने उसकी जगह ले ली है. गांधी ने जोर देकर कहा था कि प्रोग्रेसिव इंडियन बिजनेस के लिए एक न्यू डील एक ऐसा आइडिया है जिसका समय आ गया है.

सरकार को कंपनियों के आगे झुकना पड़ा

वहीं, कांग्रेस मीडिया विभाग के हेड पवन खेड़ा ने कहा कि आज हवाई अड्डों पर जो रहा है वह मोनोपॉली या डुओपॉली का नतीजा है. उन्होंने कहा कि देश से कहा गया था कि चप्पल पहनने वाले लोग भी हवाई जहाज में चढ़ेंगे. लेकिन एयरपोर्ट्स पर यात्रियों और इंडिगो स्टाफ के बीच जूते और चप्पलें बदली जा रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि दो लोग पार्टी चलाएंगे, दो लोग सरकार चलाएंगे और दो लोग पूरा बिजनेस चलाएंगे. खेड़ा ने बताया कि हमारे एयरलाइन सेक्टर का 92 फीसदी शेयर सिर्फ दो कंपनियों इंडिगो और टाटा के हाथों में है. सरकार को उनके सामने झुकना पड़ा और इन कंपनियों के दबाव के कारण नई पैसेंजर सेफ्टी गाइडलाइंस वापस लेनी पड़ीं.

इकॉनमी और डेमोक्रेसी के लिए सही नहीं : प्रियंका

इसके अलावा मोनोपॉली मुद्दे को लेकर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि हम सब जानते हैं कि पूरे देश में ज्यादातर चीजें कुछ ही लोगों के पास हैं और यह सब इस सरकार की वजह से हुआ है. यह ठीक नहीं है. यह इकॉनमी और डेमोक्रेसी के लिए ठीक नहीं है. दूसरी तरफ कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने एक समय की कॉम्पिटिटिव इंडस्ट्री को सिर्फ़ दो प्लेयर्स तक सीमित कर दिया है और पैसेंजर्स के हितों के बजाय कॉर्पोरेट लालच को प्राथमिकता दी है.

यह भी पढ़ें- ‘भारत निष्पक्ष नहीं, वह शांति के पक्ष में…’ यूक्रेन विवाद पर राष्ट्रपति पुतिन से बोले PM मोदी

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