NCC Himalayan Adventure: NCC कैडेट्स की यह आगामी पर्वतारोहण यात्रा सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि युवाओं के साहस, अनुशासन और टीमवर्क की शानदार मिसाल होगी.
NCC Himalayan Adventure: नेशनल कैडेट कॉर्प्स (NCC) अपने कैडेट्स में साहस और रोमांच की भावना जगाने के लिए जल्द ही एक नई पर्वतारोहण यात्रा पर निकलने वाला है. इस बार 20 चयनित कैडेट्स की टीम, मानसून के बाद हिमालय की ऊंची चोटियों में से एक पर तिरंगा फहराने की कोशिश करेगी. NCC महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने बताया कि टीम के सामने दो विकल्प हैं, हिमाचल प्रदेश की माउंट युनम (6,111 मीटर) और उत्तराखंड की माउंट शलांग धूरा (5,678 मीटर). मौसम की परिस्थितियों के आधार पर इनमें से एक का चयन होगा.
कैडेट्स का चयन और तैयारी
करीब पंद्रह दिन पहले देशभर से 150 कैडेट्स को दिल्ली बुलाया गया था, जिनमें से कड़े चयन के बाद 20 कैडेट्स की अंतिम टीम बनाई गई. इस टीम में लड़के और लड़कियों की संख्या बराबर रखी गई है. चयनित कैडेट्स की औसत आयु 20-21 वर्ष है. यात्रा से पहले इन्हें 7-10 दिन का विशेष पर्वतारोहण प्रशिक्षण दिया जाएगा. सामान्यत: यह प्रशिक्षण उत्तरकाशी में होता है, लेकिन हाल की प्राकृतिक आपदा के कारण इस बार इसे उत्तराखंड के किसी अन्य स्थान पर आयोजित किया जाएगा. टीम में 3 अधिकारी और 10-15 सपोर्ट स्टाफ भी शामिल रहेंगे.
NCC का पर्वतारोहण गौरव और आगामी योजना
दुनिया का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन NCC 1948 में स्थापित हुआ था और तब से अब तक यह कैडेट्स में नेतृत्व, अनुशासन और देशभक्ति की भावना भरता आ रहा है. मई 2025 में NCC की टीम ने माउंट एवरेस्ट फतह कर देश का नाम ऊंचा किया था. इससे पहले भी कैडेट्स ने माउंट कांग यात्से II (6,250 मीटर) और माउंट अबी गामिन (7,335 मीटर) जैसी चोटियों को सफलतापूर्वक चढ़ा है. अब माउंट शलांग धूरा पर पहली बार NCC कैडेट्स चढ़ाई करेंगे, जबकि माउंट युनम पर इससे पहले भी NCC का झंडा लहराया जा चुका है. हर साल NCC दो प्रमुख अभियान आयोजित करता है, एक मानसून से पहले और दूसरा मानसून के बाद.
राष्ट्रीय सेवा और योगदान
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने बताया कि हाल ही में स्वतंत्रता दिवस समारोह में 2,000 NCC कैडेट्स और 500 My Bharat वॉलंटियर्स ने लाल किले की प्राचीर के सामने ‘नया भारत’ लोगो का विशेष गठन किया. इसके अलावा, मई में हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 75,000 कैडेट्स ने ट्रैफिक प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण, रक्तदान शिविरों और सिविल डिफेंस गतिविधियों में हिस्सा लेकर देशसेवा में अहम योगदान दिया.
NCC कैडेट्स की यह आगामी पर्वतारोहण यात्रा सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि युवाओं के साहस, अनुशासन और टीमवर्क की शानदार मिसाल होगी. चाहे माउंट युनम हो या माउंट शलांग धूरा, इस बार भी कैडेट्स के कदम हिमालय की ऊंचाइयों पर तिरंगा लहराकर नई प्रेरणा देंगे.
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