Nitish Kumar: गठबंधन सहयोगियों के नवनिर्वाचित विधायकों की बुधवार को हुई बैठक में जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार को बिहार में NDA का नेता चुना गया.
Nitish Kumar: गठबंधन सहयोगियों के नवनिर्वाचित विधायकों की बुधवार को हुई बैठक में जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार को बिहार में एनडीए का नेता चुना गया. नीतीश कुमार गुरुवार को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. एनडीए के नेता का प्रस्ताव जदयू के विजय चौधरी ने रखा और भाजपा नेता सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा ने इसका समर्थन किया. JD (U ) के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार ने बताया कि LJP(RV), HAM और RLM के विधायकों ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया. इससे पहले पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों ने नीतीश कुमार को जदयू विधायक दल का नेता चुना. एनडीए ने बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा में 202 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की. जिसमें BJP को 89, JD(U) को 85, LJP(RV) को 19, HAM को 5 और RLM को 4 सीटें मिलीं. NDA का नेता चुने जाने के बाद नीतीश कुमार ने बुधवार को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा. उन्होंने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया. इसके पहले बिहार की राजधानी पटना में बुधवार को नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक के दौरान जेडी(यू) सुप्रीमो नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना गया.
राज्य के कल्याण के लिए करेंगे काम
राज्य मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि यह फैसला एनडीए के घटक दलों की बैठक से पहले लिया गया. पीटीआई से बात करते हुए श्रवण कुमार ने कहा कि नवनिर्वाचित विधायकों ने नीतीश कुमार को जेडी(यू) विधायक दल का नेता चुना है. उन्होंने बताया कि बैठक मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में हुई. बैठक में पार्टी के सभी नवनिर्वाचित विधायकों और 22 विधान परिषद सदस्यों ने भाग लिया. श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार को जेडी(यू) विधायक दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव पार्टी नेता विजय चौधरी और उमेश कुशवाहा ने रखा और जेडी(यू) के वरिष्ठ नेता बिजेंद्र यादव ने इसका समर्थन किया. बाद में जेडी(यू) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह ‘ललन’ ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया. जेडी(यू) नेता ने कहा कि जेडी(यू) विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद नीतीश कुमार ने बैठक में शामिल सभी पार्टी नेताओं को संबोधित किया और उनसे राज्य के कल्याण के लिए अथक प्रयास करने को कहा. श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार गुरुवार को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रिकॉर्ड 10वीं बार बिहार के सीएम के रूप में शपथ लेंगे.
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से की मुलाकात
नीतीश कुमार पांच-दलीय गठबंधन के घटक दलों की बैठक के दौरान एनडीए के नेता चुने गए. उन्होंने कहा कि जेडी(यू) सुप्रीमो ने शाम को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की. राज्यपाल से नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया. एनडीए ने बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा में 202 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की, जिसमें भाजपा को 89, जेडी(यू) को 85, एलजेपी(आरवी) को 19, हम को 5 और आरएलएम को 4 सीटें मिलीं. राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार आलोचनाओं और आलोचकों के उन आरोपों से बेपरवाह रहे कि भाजपा उनके साथ शिंदे जैसा व्यवहार करना चाहती है. यह इशारा महाराष्ट्र के उनके पूर्व समकक्ष एकनाथ शिंदे की ओर था, जिन्हें पश्चिमी राज्य के विधानसभा चुनावों में शिवसेना से बेहतर प्रदर्शन के बाद भाजपा ने सत्ता से बाहर कर दिया था. 1951 में बिहार के बख्तियारपुर में जन्मे नीतीश कुमार ने जेपी आंदोलन के दौरान राजनीति में प्रवेश किया. वे जनता पार्टी में शामिल हो गए और 1977 में अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए. उनकी पहली चुनावी जीत 1985 में हुई.
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