महाराष्ट्र में ‘कैश बैग’ पर मचा संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस कड़ी में अब शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा है.
Sanjay Raut on Cash Bag Incident: महाराष्ट्र में ‘कैश बैग’ पर सियासत गरमाई हुई है. इस मुद्दे पर अब शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने भी बयान दिया है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, राउत ने शिवसेना मंत्री के ‘नकदी वाले बैग’ वाले वीडियो पर फडणवीस की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाए हैं. शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उस वीडियो पर ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाया जिसमें शिवसेना मंत्री संजय शिरसाट कथित तौर पर नकदी से भरे बैग के साथ एक कमरे में बैठे दिखाई दे रहे थे. शुक्रवार को शिरसाट का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह एक कमरे में नोटों के बंडलों जैसे दिखने वाले एक आधे खुले बैग के साथ बैठे दिखाई दे रहे थे. हालांकि, मंत्री ने इस दावे को खारिज कर दिया कि यह पैसों का बैग था और जोर देकर कहा कि उसमें सिर्फ़ कपड़े थे.
‘खोलना चाहिए था बैग’
राउत ने कहा कि अगर बैग में कपड़े हैं तो मंत्री को उसे खोलना चाहिए था, लेकिन यह स्पष्ट है कि उसमें क्या था. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के लोगों ने दिखा दिया है कि सरकार कितनी खराब तरीके से चल रही है. मुख्यमंत्री फडणवीस इस (नकदी वाले बैग वाले शिरसाट के वीडियो) के बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं?” शिवसेना (यूबीटी) नेता ने आगे कहा कि दक्षिण मुंबई स्थित एमएलए हॉस्टल कैंटीन में एक कर्मचारी पर हमला करने के लिए शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जाना चाहिए था. पुलिस ने शुक्रवार को गायकवाड़ और उनके समर्थक के खिलाफ इस सप्ताह की शुरुआत में हुए हमले के लिए एक असंज्ञेय अपराध दर्ज किया. यह कार्रवाई फडणवीस के उस बयान के बाद की गई जिसमें उन्होंने कहा था कि पुलिस को जांच शुरू करने के लिए औपचारिक शिकायत का इंतजार करने की जरूरत नहीं है.
‘अपराधियों का बचाव न करें’
राउत ने कहा कि सरकार को अपराधियों का बचाव नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा, “यह हत्या का प्रयास है, असंज्ञेय अपराध नहीं.” उन्होंने कहा कि शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने आरोप लगाया, “हमारी (शिवसेना के साथ) दुश्मनी ऐसी है कि हम एकमत नहीं हो सकते. वे दिल्ली के चपरासी और महाराष्ट्र के दुश्मन हैं.” राज्यसभा सांसद ने महाराष्ट्र विशेष जन सुरक्षा विधेयक 2024 को कार्यकर्ताओं की आवाज दबाने का एक प्रयास बताया. महाराष्ट्र विधान परिषद ने शुक्रवार को एक विधेयक पारित कर दिया, जिसका उद्देश्य वामपंथी उग्रवादी संगठनों की गैरकानूनी गतिविधियों पर अंकुश लगाना और इसके तहत अपराधों को संज्ञेय और गैर-जमानती बनाना है. यह विधेयक विधानसभा से मंजूरी मिलने के एक दिन बाद पारित हुआ. राउत ने इसे अमानवीय बताते हुए आरोप लगाया कि भाजपा यह विधेयक इसलिए लाई है क्योंकि वह आदिवासियों के लिए काम करने वालों से डरती है.
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