Tragic accident in Arunachal: अरुणाचल प्रदेश में ट्रक के 1,000 फीट गहरी खाई में गिरने से असम राज्य के 21 लोगों की मौत हो गई.
Tragic accident in Arunachal: अरुणाचल प्रदेश में ट्रक के 1,000 फीट गहरी खाई में गिरने से असम राज्य के 21 लोगों की मौत हो गई. हादसा आठ दिसंबर की रात को हुआ, लेकिन दो दिन तक किसी को पता नहीं चला. तीसरे दिन गुरुवार को जब एक युवक किसी तरह बचकर बाहर निकला तब उसने हादसे की जानकारी दी. दुर्घटना ऐसी जगह हुई, जहां संपर्क का कोई साधन नहीं था. अरुणाचल प्रदेश की एक दूरस्थ घाटी में ट्रक गिरने से असम के तिनसुकिया जिले के 21 लोगों की मौत हो गई. सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने एकमात्र जीवित बचे युवक के हवाले से बताया कि यह घटना 8 दिसंबर को पहाड़ी राज्य के पूर्वी हिस्से में स्थित अंजॉ जिले के हयूलियांग-चागलागम रोड पर हुई, जब तिनसुकिया जिले के 22 मजदूरों को ले जा रहा एक ट्रक खाई में गिर गया. दुर्घटनास्थल दुर्गम भूभाग में स्थित है, जहां संपर्क सीमित है. उन्होंने कहा कि शवों को रस्सियों की सहायता से निकाला जा रहा है. हयूलियांग के एडीसी ने अंजॉ के एसपी को सूचित कर दिया है. वह घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं.
चागलागम में खोज और बचाव अभियान जारी
चिपरा जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स राहत व बचाव कार्य में लगी है. भारतीय सेना ने भी अरुणाचल प्रदेश के चागलागम क्षेत्र में खोज और बचाव अभियान शुरू कर दिया है. यह अभियान 10 दिसंबर की देर रात से हयूलियांग-चागलागम सड़क पर किलोमीटर 40 के पास एक वाहन दुर्घटना की सूचना के आधार पर शुरू किया गया था. सेना के पीआरओ ने बताया कि गुरुवार की सुबह सेना के स्पीयर कोर ने कई खोज और बचाव दल, चिकित्सा दल, जीआरईएफ प्रतिनिधि, स्थानीय पुलिस, एनडीआरएफ कर्मी के साथ बचाव अभियान चलाया. चार घंटे की गहन खोज और रस्सी से उतरने के बाद ट्रक किलोमीटर 40 के पास सड़क से लगभग 200 मीटर नीचे एक दुर्गम खाई में मिला, जो घने पेड़ों और झाड़ियों के कारण हेलीकॉप्टर या सड़क से दिखाई नहीं दे रही थी. अंजाव जिला प्रशासन ने एसडीआरएफ (सैन्य रक्षा बल) को भी बुलाया है. एडीसी हयूलियांग जिला परिषद सदस्य चागलागम के उप-ठेकेदार से भी पूछताछ कर रहे हैं ताकि काम पर रखे गए श्रमिकों की पृष्ठभूमि और सही संख्या की पुष्टि की जा सके.
छात्रावास के निर्माण के लिए जा रहे थे सभी मजदूर
सेना ने कहा कि कठिन भूभाग और कम दृश्यता के बावजूद भारतीय सेना नागरिक प्रशासन और अन्य एजेंसियों के समन्वय से शेष लोगों का पता लगाने और तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. तिनसुकिया सर्कल ऑफिसर जयदीप राजक ने पीटीआई को बताया कि इलाका दुर्गम है और घटनास्थल पर पहुंचने के बाद ही सटीक जानकारी मिल पाएगी. उन्होंने आगे कहा कि शुरुआती रिपोर्टों से पता चला है कि ये मजदूर हयूलियांग में एक परियोजना के लिए ठेकेदार द्वारा नियुक्त किए गए थे. सभी एक डंपर में जा रहे थे जो सड़क से फिसलकर लगभग 1,000 फीट गहरी खाई में गिर गया. बचाव अभियान जारी है. तिनसुकिया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मयंक कुमार ने बताया कि जिले के 22 मजदूर अरुणाचल प्रदेश में एक छात्रावास के निर्माण के लिए जा रहे थे. वे गिलपुकरी चाय बागान के धेलाघाट के रहने वाले थे. डंपर में सवार 22 लोगों में से 21 की मौत हो चुकी है. एक मजदूर बुधेश्वर दीप घटनास्थल से बच निकलने में कामयाब रहा और उसने बुधवार सुबह अपने रिश्तेदारों को फोन किया. मृतकों में राहुल कुमार, सोमिर दीप, अर्जुन कुमार, पंकज मानकी, अजय मानकी, बिजय कुमार, अभोय भूमिज, रोहित मानकी, बीरेंद्र कुमार, अगोर तांती, धीरेन छत्रिय, रोजोनी नाग, दीप गोवाला, रामसेबक सूना, सोनाटन नाग, संजय कुमार, करण कुमार और जुनाश मुंडा हैं.
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