President Draupadi Murmu: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विकसित राष्ट्र के लिए युवाओं से आगे आने का आह्वान किया है.
President Draupadi Murmu: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विकसित राष्ट्र के लिए युवाओं से आगे आने का आह्वान किया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को युवाओं से 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य में योगदान देने के लिए आगे आने का आह्वान किया. राष्ट्रपति मुर्मू उत्तराखंड के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. नैनीताल में कुमाऊं विश्वविद्यालय के 20वें दीक्षांत समारोह के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है. कुमाऊं विश्वविद्यालय के छात्रों व युवाओं को इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है. उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है क्योंकि सरकार ने देश में निरंतर प्रगति सुनिश्चित करने के लिए कई नीतिगत पहल की है.
अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता को मिले बढ़ावा
राष्ट्रपति ने कहा कि ये पहल युवाओं के लिए असंख्य अवसर पैदा कर रही है.उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों को युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए ताकि वे इन अवसरों का लाभ उठा सकें. उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी भी राष्ट्र के विकास की नींव होती है और इसलिए शिक्षा को न केवल छात्रों की बुद्धि और कौशल का विकास करना चाहिए, बल्कि उनके नैतिक बल और चरित्र को भी मजबूत करना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिक्षा न केवल हमें आत्मनिर्भर बनाती है, बल्कि हमें विनम्र बनना और समाज एवं देश के विकास में योगदान देना भी सिखाती है. राष्ट्रपति मुर्मू ने छात्रों से अपनी शिक्षा राष्ट्र सेवा और समाज के वंचित वर्ग की मदद के लिए समर्पित करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि देश में अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है. कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार में उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध है.
छात्रों से आस-पास के गांवों में जाने की सलाह
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि शिक्षा और अनुसंधान के लिए बहु-विषयक दृष्टिकोण अत्यंत महत्वपूर्ण है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि विश्वविद्यालय इसी दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि हिमालय अपने जीवनदायी संसाधनों के लिए जाना जाता है और इन संसाधनों का संरक्षण और संवर्धन करना सभी की ज़िम्मेदारी है. राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि कुमाऊं विश्वविद्यालय पर्यावरण संरक्षण के लिए सचेत प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा कि एक शैक्षणिक संस्थान के रूप में कुमाऊं विश्वविद्यालय की कुछ सामाजिक ज़िम्मेदारियां भी हैं. उन्होंने विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों और छात्रों से आस-पास के गांवों का दौरा करने, ग्रामीणों की समस्याओं को समझने और उनका समाधान खोजने के लिए हर संभव प्रयास करने का आग्रह किया.
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