Aaj Ka Panchang: 7 जून 2025 को तिथि शुक्ल पक्ष की द्वादशी होगी, जो पूर्ण रात्रि तक रहेगी. नक्षत्र के संदर्भ में, चित्रा नक्षत्र सुबह 9:40 बजे तक प्रभावी रहेगा.
Aaj Ka Panchang: 7 जून 2025, शनिवार को हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि रहेगी. यह दिन विक्रम संवत 2082 कालयुक्त और शक संवत 1947 विश्वावसु के अंतर्गत होगा. इस दिन चंद्रमा तुला राशि में और सूर्य वृषभ राशि में गोचर करेगा. नक्षत्र की बात करें तो चित्रा नक्षत्र सुबह 9:40 बजे तक रहेगा, जिसके बाद स्वाती नक्षत्र प्रारंभ होगा. यह दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इस दिन कई शुभ और अशुभ समयावधियां मौजूद हैं, जो विभिन्न कार्यों के लिए मार्गदर्शन प्रदान करती हैं. आइए, इस दिन के पंचांग, शुभ-अशुभ समय, और अन्य ज्योतिषीय विवरणों को विस्तार से जानते हैं.
पंचांग का विस्तृत विवरण
7 जून 2025 को तिथि शुक्ल पक्ष की द्वादशी होगी, जो पूर्ण रात्रि तक रहेगी. नक्षत्र के संदर्भ में, चित्रा नक्षत्र सुबह 9:40 बजे तक प्रभावी रहेगा, जिसके बाद स्वाती नक्षत्र शुरू होगा. स्वाती नक्षत्र के विभिन्न चरण (पद) दिन में 4:26 बजे और 11:12 बजे तक बदलेंगे. योग की बात करें तो वरीयान् योग सुबह 11:18 बजे तक रहेगा, जिसके बाद परिघ योग शुरू होगा. करण में बव करण शाम 6:03 बजे तक और उसके बाद बालव करण पूर्ण रात्रि तक रहेगा. चंद्र राशि तुला और सूर्य राशि वृषभ होगी, जबकि सूर्य रोहिणी नक्षत्र के चतुर्थ पद में रहेगा. यह संयोजन ज्योतिषीय दृष्टिकोण से कार्यों की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
सूर्योदय, चंद्रोदय और अन्य खगोलीय जानकारी
इस दिन सूर्योदय सुबह 5:23 बजे और सूर्यास्त शाम 7:17 बजे होगा. चंद्रोदय दोपहर 3:55 बजे और चंद्रास्त अगले दिन, 8 जून को सुबह 2:57 बजे होगा. दिन की अवधि 13 घंटे 54 मिनट 38 सेकंड और रात्रि की अवधि 10 घंटे 5 मिनट 17 सेकंड होगी. मध्याह्न का समय दोपहर 12:20 बजे रहेगा. ऋतु के संदर्भ में, यह दिन द्रिक और वैदिक दोनों ही ग्रीष्म ऋतु के अंतर्गत आएगा, और उत्तरायण का प्रभाव रहेगा. यह खगोलीय जानकारी पूजा-पाठ, यात्रा, और अन्य कार्यों के लिए समय निर्धारण में सहायक होती है.
शुभ समय: कार्यों के लिए उत्तम मुहूर्त
7 जून 2025 को कई शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं, जो विभिन्न कार्यों जैसे पूजा, विवाह, गृह प्रवेश, और अन्य मंगल कार्यों के लिए उपयुक्त हैं. ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:02 से 4:42 बजे तक रहेगा, जो ध्यान, योग, और आध्यात्मिक कार्यों के लिए सर्वोत्तम समय है. प्रातः संध्या सुबह 4:22 से 5:23 बजे तक और सायाह्न संध्या शाम 7:17 से 8:18 बजे तक रहेगी. अभिजित मुहूर्त, जो सभी कार्यों के लिए शुभ माना जाता है, दोपहर 11:52 से 12:48 बजे तक होगा. इसके अलावा, विजय मुहूर्त दोपहर 2:39 से 3:35 बजे तक और गोधूलि मुहूर्त शाम 7:16 से 7:36 बजे तक रहेगा. अमृत काल रात 2:47 से 4:35 बजे तक (8 जून को) और निशिता मुहूर्त मध्यरात्रि 12:00 से 12:40 बजे तक रहेगा. विशेष रूप से, द्विपुष्कर योग सुबह 5:23 से 9:40 बजे तक और सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 9:40 से अगले दिन सुबह 5:23 बजे तक रहेगा, जो महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है.
इस दिन आनंदादि योग में काण योग सुबह 9:40 बजे तक रहेगा, जो अशुभ माना जाता है, और इसके बाद सिद्धि योग शुरू होगा, जो शुभ है. तमिल योग में मरण योग सुबह 9:40 बजे तक और उसके बाद अमृत योग रहेगा. होमाहुति का ग्रह शनि होगा, और दिशा शूल पूर्व दिशा में रहेगा, जिसका अर्थ है कि इस दिन पूर्व दिशा में यात्रा से बचना चाहिए. जीवनम पूर्ण जीवन और नेत्रम दो नेत्र के रूप में रहेगा, जो ज्योतिषीय गणनाओं में महत्वपूर्ण है.
7 जून 2025 का पंचांग धार्मिक, आध्यात्मिक, और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है. इस दिन के शुभ मुहूर्तों का उपयोग पूजा, विवाह, या अन्य मंगल कार्यों के लिए किया जा सकता है, जबकि अशुभ समय में सावधानी बरतनी चाहिए. ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर यह दिन तुला राशि में चंद्रमा और वृषभ राशि में सूर्य के साथ विशेष महत्व रखता है. पंचांग के अनुसार कार्यों की योजना बनाकर व्यक्ति अपने जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकता है.
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