Akhilesh Yadav News : उत्तर प्रदेश का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें एक शख्स गर्भवती महिला की जांच कराने के लिए बैलगाड़ी पर लेकर जा रहा है. इस पर अखिलेश यादव ने भी निशाना साधा.
Akhilesh Yadav News : समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोमवार को एक्स हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया. इस वीडियो में एक व्यक्ति यूपी में एंबुलेंस की जगह बैलगाड़ी से अपनी गर्भवती महिला को अस्पताल ले जा रहा है और इस पर उत्तर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. बताया जा रहा है कि एंबुलेंस उसके गांव तक नहीं पहुंच पाई और यही वजह रही कि शख्स को कच्ची सड़क से बैलगाड़ी पर ढोकर अस्पताल ले जाना पड़ा. अखिलेश यादव ने यूपी के स्वास्थ्य मंत्री से लोगों की परेशानियों के प्रति दिखावे से आगे बढ़कर चिंता दिखाने को कहा. सपा प्रमुख ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि राज्य सरकार पर एंबुलेंस को बैलगाड़ी में बदलने का आरोप लगाया और विकास के उसके दावों पर सवाल उठाए.
एंबुलेंस को ‘बुल’ऐंस बना दिया : अखिलेश
अखिलेश यादव ने एक्स हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें एक शख्स गर्भवती महिला को कच्ची और कीचड़ भरी सड़क से अस्पताल लेकर जा रहा था. वीडियो के साथ उन्होंने कहा कि BJP के कुशासन ने एंबुलेंस को ‘बुल’ऐंस बना दिया. उत्तर प्रदेश में एंबुलेंस की जगह बैलगाड़ी चलने लगी है. क्या ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बैलगाड़ी खींचेगी. अगली बार मुख्यमंत्री जी जब फसल का मुआयना करने निकलें तो नीचे सड़क और एंबुलेंस का हाल भी देख लें. अगर न दिखाई दे तो दिल्ली की दूरबीन या ड्रोन का सदुपयोग कर लें. अखिलेश ने आगे लिखा कि ‘स्वास्थ्य मंत्री’ महोदय अगर नामपट्टिका तक सीमित नहीं कर दिये गये हैं तो ‘समारोह’ में न सही, कम-से-कम बीमार लोगों की मुश्किलों में तो अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराएं.
भाजपा के कुशासन ने एंबुलेंस को ‘बुल’ऐंस बना दिया है। उप्र में एंबुलेंस की जगह बैलगाड़ी चलने लगी है। क्या ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बैलगाड़ी खींचेगी। अगली बार मुख्यमंत्री जी जब फ़सल का मुआयना करने निकलें तो नीचे सड़क और एंबुलेंस का हाल भी देख लें। अगर न दिखाई दे तो दिल्ली की दूरबीन… pic.twitter.com/SCIlr5UFMY
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 27, 2025
वायरल वीडियो ने किया व्यवस्था को शर्मसार
अखिलेश यादव ने कहा कि क्या एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बैलगाड़ियों पर चलेगी? मुख्यमंत्री को अपने अगले क्षेत्रीय दौरे पर सड़कों और एंबुलेंस की स्थिति देखनी चाहिए या जरूरत पड़ने पर दिल्ली की दूरबीन या ड्रोन का इस्तेमाल करना चाहिए. यह घटना शनिवार को परसदवा डेरा गौ घाट छानी गांव में हुई, जहां एक गर्भवती महिला को उसके 60 वर्षीय ससुर कृष्ण कुमार केवट ने बैलगाड़ी पर लगभग 7 किलोमीटर दूर सिसोलोर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, क्योंकि कीचड़ और कच्ची सड़क की वजह से एक एंबुलेंस फंस गई थी. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बैलगाड़ी दलदली और ऊबड़-खाबड़ रास्ते से होकर यह सफर करीब घंटे का रहा. डॉक्टरों ने परिवार को बताया कि प्रसव में अभी दो दिन बाकी हैं और प्राथमिक उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी. स्थानीय लोगों ने बताया कि इलाके में करीब 500 निवासियों को हर मानसून में ऐसी ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है क्योंकि सड़क कीचड़ भरे दलदल में बदल जाती है. यही वजह है कि वह आसपास के इलाकों में अलग-थलग पड़ जाते हैं.
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