PM Modi in Saharsa: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राजद पर आरोप लगाया कि नीतीश सरकार बनने के बाद RJD ने UPA पर बिहार में परियोजनाएं रोकने का दबाव बनाया था.
PM Modi in Saharsa: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राजद पर आरोप लगाया कि उसने 2005 में राज्य की सत्ता से बेदखल होने का बदला लेने के लिए केंद्र की कांग्रेस नीत संप्रग सरकार पर दबाव बनाकर बिहार में विकास परियोजनाओं को रोकवा दिया था.वह सोमवार को सहरसा में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. कहा कि नीतीश सरकार बनने के बाद राजद ने यूपीए पर बिहार में परियोजनाएं रोकने का दबाव बनाया था. मोदी ने यह भी दोहराया कि राजद द्वारा कांग्रेस के सिर पर कट्टा तानने के बाद कांग्रेस अनिच्छा से तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए सहमत हुई. मोदी ने कहा कि आरजेडी और कांग्रेस की बदले की राजनीति का खामियाजा बिहार के लोगों को वर्षों तक भुगतना पड़ा. उन्होंने कहा कि एक समय था जब कोसी-मिथिलांचल के बड़े हिस्से के लोगों को एक पार से दूसरी पार जाने के लिए करीब 300 किलोमीटर लंबा सफर तय करना पड़ता था, लेकिन आज यह दूरी 30 किलोमीटर से भी कम रह गई है. उन्होंने दावा किया कि मौजूदा चुनावों में बिहार में पहले से ही खत्म हो चुकी कांग्रेस ने राजद को डुबोने की कसम खा ली है.
नदियों को जोड़ने पर हो रहा काम
मोदी ने लोगों से राजद को उसके पापों के लिए दंडित करने का आग्रह किया और जोर देकर कहा कि एनडीए विकास के लिए खड़ा है जबकि जंगल राज वाले विनाश के लिए. उन्होंने कहा कि 2005 में जब राजद बिहार की सत्ता से बाहर हुई थी, तब वह केंद्र में सत्ता साझा कर रही थी. कोसी महासेतु जैसी परियोजनाओं को अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने मंजूरी दी थी. नीतीश कुमार द्वारा राज्य में नई सरकार बनाने से राजद इतना नाराज था कि उसने मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी पर दबाव डाला और बिहार में ऐसी सभी परियोजनाओं को रोक दिया. उन्होंने कहा कि हम नदियों को जोड़ने पर भी काम कर रहे हैं. एनडीए के घोषणापत्र में बाढ़ नियंत्रण का खाका भी पेश किया गया है. एक ऐसे क्षेत्र में बोलते हुए, जहां मुस्लिम आबादी काफी अधिक है, मोदी ने राजद-कांग्रेस गठबंधन पर घुसपैठियों के प्रति नरम रुख अपनाने और अयोध्या में राम मंदिर तथा छठ पर्व के प्रति तिरस्कार का आरोप लगाया.
कहा- ‘जंगल राज’ से रहें सावधान
कहा कि राजद और कांग्रेस के नेता विदेश में हर तरह की जगहों पर जाने के लिए समय निकाल लेते हैं, लेकिन उन्हें अयोध्या जाने का समय नहीं मिलता. अगर उन्हें भगवान राम से इतनी ही नफ़रत है, तो वे निषाद राज और वाल्मीकि की स्मृति में बने स्मारकों को देखने जा सकते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि मिथिला का उत्तरी बिहार क्षेत्र प्राचीन काल में सीता, भारती और गार्गी जैसी देवियों के लिए जाना जाता था. प्रधानमंत्री ने कहा कि महान महिलाओं की इस भूमि से मैं अपनी बेटियों को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने क्रिकेट विश्व कप जीतकर हमें गौरवान्वित किया है. जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए मोदी ने कहा कि “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” के नारे का मज़ाक उड़ाने वालों को देश की महिलाओं का इतना तिरस्कार करने पर शर्मिंदगी महसूस हो रही होगी. एनडीए की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित होने वाली हमारी माताओं और बहनों से मैं यही कहूंगा कि ‘जंगल राज’ से सावधान रहें.
ये भी पढ़ेंः बिहार चुनाव: ‘अप्पू, टप्पू और पप्पू चला रहे महागठबंधन’, दरभंगा की धरती से ये क्या बोल गए योगी
