- लखनऊ से राजीव ओझा
UP News: अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के साथ ही यूपी को एक नई पहचान देने वाली ‘एक जिला-एक उत्पाद’ (ODOP) योजना को योगी सरकार अब नया आयाम देने जा रही है.
UP News: अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के साथ ही यूपी को एक नई पहचान देने वाली ‘एक जिला-एक उत्पाद’ (ODOP) योजना को योगी सरकार अब नया आयाम देने जा रही है. यह योजना अब अपने अगले चरण ODOP 2.0 के माध्यम से स्थानीय उद्योग, स्वरोज़गार और निर्यात को नई ऊंचाई देने वाली है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि बदलते वैश्विक बाजार, आधुनिक मांग, तकनीकी उन्नयन, गुणवत्ता और पैकेजिंग की नई आवश्यकताओं को देखते हुए ओडीओपी को अब और अधिक व्यापक, व्यावसायिक और परिणामोन्मुखी स्वरूप में आगे बढ़ाने की जरूरत है. सरकार का लक्ष्य होगा कि ODOP 2.0 के माध्यम से प्रदेश के पारंपरिक उत्पाद बड़े बाजार और स्थायी रोजगार का मजबूत आधार बनें.
यूपी की सांस्कृतिक आत्मा है ODOC
मुख्यमंत्री ने अब प्रत्येक जनपद की विशिष्ट खाद्य परंपरा को भी एक संगठित पहचान देने की दिशा में ‘एक जनपद-एक व्यंजन’ (ODOC) की अवधारणा को साकार करने की जरूरत बताई है. उनका कहना है कि ‘एक जनपद-एक व्यंजन’ योजना यूपी की सांस्कृतिक आत्मा से जुड़ी हुई है. यूपी के हर क्षेत्र में खान-पान की कुछ न कुछ विशिष्ट परंपराएं हैं. कहीं हलवा अच्छा है तो कहीं दालमोठ. ऐसे में हर जिले के विशेष व्यंजनों की मैपिंग कर उनकी गुणवत्ता, स्वच्छता, पैकेजिंग, ब्रांडिंग और विपणन को सुदृढ़ किया जाएगा. मुख्यमंत्री का कहना है कि ‘ODOP’ और ‘ODOC’ मिलकर यूपी को ‘लोकल से ग्लोबल’ की दिशा में नई गति देंगे.
स्थानीय उद्योगों की रीढ़ बनी ODOP
योगी सरकार की ओर से वर्ष 2018 में शुरू की गई ODOP योजना आज यूपी के निर्यात और स्थानीय उद्योगों की रीढ़ बन चुकी है. अब तक 1.25 लाख से अधिक टूलकिट वितरित किए जा चुके हैं, 06 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ऋण वितरण हो चुका है और 08 हजार से अधिक उद्यमियों को प्रत्यक्ष विपणन सहायता दी गई है. प्रदेश में 30 साझा सुविधा केंद्र स्वीकृत किए गए हैं और 44 ओडीओपी उत्पादों को अब तक जियो टैग प्राप्त हो चुके हैं. ODOP का योगदान राज्य के कुल निर्यात में 50 प्रतिशत से अधिक है. ओडीओपी को लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि ओडीओपी 2.0 अब केवल एक योजना नहीं, बल्कि स्थायी रोजगार, स्थानीय उद्यम और निर्यात को नई ऊंचाई देने का सशक्त माध्यम बने.
एक ही जगह मिलेंगे छोटे उद्यमियों को परामर्श
योगी सरकार ने यह भी तय किया है कि ओडीओपी से जुड़े कॉमन फैसिलिटी सेंटरों को अब और अधिक उपयोगी बनाया जाएगा. खुद मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि कॉमन फैसिलिटी सेंटरों के साथ विशेषज्ञों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए ताकि छोटे उद्यमियों को तकनीकी परामर्श, डिज़ाइन, पैकेजिंग और उत्पादन से जुड़ा पूरा सहयोग एक ही स्थान पर सुलभ हो सके. योगी का मानना है कि ODOP उत्पादों को बड़े रीटेल नेटवर्क और आधुनिक बाजारों से भी जोड़ा जाए. मुख्यमंत्री का कहना है कि देश के विभिन्न राज्यों में स्थापित हो रहे यूनिटी मॉल में ओडीओपी के समर्पित केंद्र बनाए जाएं। साथ ही सभी प्रतिष्ठित रीटेल नेटवर्क के साथ संवाद कर यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां उत्तर प्रदेश के उत्पाद प्रमुख रूप से प्रदर्शित हों.
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