Voter Rights Yatra in Bihar: 1,300 किलोमीटर की यह यात्रा 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई थी. यह यात्रा 16 दिनों की अवधि में 20 से ज़्यादा ज़िलों से होकर गुज़रेगी और 1 सितंबर को पटना में एक रैली के साथ समाप्त होगी.
Voter Rights Yatra in Bihar: राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और कांग्रेस नेता व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने रविवार (24 अगस्त) को अपने हजारों सर्मथकों के साथ बिहार के पूर्णिया ज़िले के अररिया में ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ निकाली. यात्रा में तेजस्वी यादव और राहुल गांधी बाइक पर सवार थे. यह यात्रा सासाराम से 17 अगस्त को शुरू हुई थी. यह 1,300 किलोमीटर लंबी यात्रा है. यह यात्रा 16 दिनों की अवधि में 20 से ज़्यादा ज़िलों से होकर गुज़रेगी और 1 सितंबर को पटना में एक रैली के साथ समाप्त होगी. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को यात्रा के अररिया में प्रवेश करते समय मोटरसाइकिल चलाते देखा गया. तेजस्वी यादव और राहुल गांधी को देखने के लिए सड़कों पर हजारों की भीड़ थी. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव ने अररिया में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.
युवाओं को रोजगार न देने का आरोप
इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को एनडीए (NDA) सरकार पर आरोप लगाया कि वह विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के नाम पर वोट चुरा रही है. मतदाता अधिकार यात्रा के तहत यहां एक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर देश के गरीबों और युवाओं के लिए रोज़गार के सभी अवसर बंद करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों का निजीकरण करने के बाद अब चुनाव आयोग की मदद से SIR के ज़रिए गरीबों के वोट चुराना चाहती है. लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि भारत ब्लॉक बिहार में ऐसा नहीं होने देगा. संविधान देश के प्रत्येक नागरिक को समान अधिकारों की गारंटी देता है.
1 सितंबर को पटना में खत्म होगी यात्रा
कहा कि SIR संविधान विरोधी है. बिहार के लोग विधानसभा चुनावों में भाजपा और उसके सहयोगियों को करारा जवाब देंगे. 1,300 किलोमीटर लंबी ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई. यह 16 दिनों की अवधि में 20 से ज़्यादा ज़िलों से होकर गुजरेगी और 1 सितंबर को पटना में एक रैली के साथ समाप्त होगी. यात्रा के तहत शनिवार शाम कटिहार ज़िले में एक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने बिहार में विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के पक्ष में वोट चुराने के प्रयासों की निंदा की थी, जिसने केंद्र में सत्ता में आने के बाद से गरीबों के लिए अवसरों के द्वार बंद कर दिए हैं. गांधी ने आरोप लगाया था कि भाजपा और आरएसएस का मानना है कि दलितों का उद्धार नहीं होना चाहिए, अति पिछड़े वर्गों को सामाजिक स्तर पर आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और महिलाओं को अधिक स्वतंत्रता नहीं दी जानी चाहिए. इसलिए वे संविधान को नष्ट करने पर तुले हुए हैं.
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