Bareilly violence: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि इदरीस और इकबाल पिछले हफ्ते कोतवाली इलाके में भड़की हिंसा में शामिल थे.
Bareilly violence: बरेली हिंसा में शामिल दो लोगों को बुधवार को सीबीगंज इलाके में एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों के पैर में गोली लगी है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अनुराग आर्य ने बताया कि मूल रूप से पड़ोसी शाहजहांपुर जिले के निवासी इदरीस और इकबाल पिछले हफ्ते कोतवाली इलाके में भड़की हिंसा में सक्रिय रूप से शामिल थे.उन्होंने कहा कि पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद दोनों को पकड़ लिया गया. मुठभेड़ के दौरान दोनों को गोली लगी. एसएसपी के अनुसार, इदरीस के खिलाफ 20 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें चोरी, डकैती, गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट से संबंधित मामले शामिल हैं. आर्य ने बताया कि हिंसा के दौरान पुलिसकर्मियों से छीनी गई एक सरकारी दंगा-रोधी बंदूक आरोपी के पास से बरामद की गई है. इसके अलावा घटनास्थल से .315 बोर की दो देसी पिस्तौल, कारतूस और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है.
SIT कर रही जांच
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के सहयोगी नदीम खान के संपर्क में थे, जो पहले से ही जेल में है. आर्य ने कहा कि नदीम ने उसे घटना वाले दिन बरेली बुलाया था. इदरीस और इकबाल दोनों का आपराधिक इतिहास है. हमारी प्रारंभिक जांच में 26 सितंबर की घटना में बाहरी और आपराधिक तत्वों के शामिल होने का संकेत मिला था, जिसकी अब पुष्टि हो गई है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हिंसा एक संवेदनशील धार्मिक सभा के दौरान कानून-व्यवस्था को बाधित करने की साजिश थी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर्य ने कहा कि जांच में सामने आया कि इन बाहरी लोगों को कार्यक्रम के दौरान शांति भंग करने के लिए जुटाया गया था. SIT घटना की वैज्ञानिक और गहन जांच कर रही है.
दंगाइयों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश
SSP ने जनता से भी अपील करते हुए कहा कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं डाला जाएगा. अगर किसी को कोई चिंता या शिकायत है, तो वे तुरंत पुलिस या स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें. साथ ही, किसी भी दोषी व्यक्ति को चाहे वह किसी भी पद पर हो, बख्शा नहीं जाएगा. मंगलवार को पुलिस ने एक अलग मुठभेड़ के बाद हिंसा के सिलसिले में एक और संदिग्ध को गिरफ्तार किया था. 26 सितंबर को बरेली में भड़की हिंसा के सिलसिले में अब तक 70 से ज़्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें मौलवी तौकीर रज़ा खान भी शामिल है. 26 सितंबर को बरेली में शुक्रवार की नमाज़ के बाद कोतवाली इलाके में एक मस्जिद के बाहर 2,000 से ज़्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई थी, जिसके बाद पथराव हुआ और पुलिस कर्मियों को चोटें आईं. तौकीर खान द्वारा बुलाए गए ‘आई लव मुहम्मद’ पोस्टर विवाद को लेकर प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को रद्द करने से अशांति फैल गई थी. पुलिस ने अब तक 180 नामजद और 2,500 अज्ञात लोगों के खिलाफ 10 एफआईआर दर्ज की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है.
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