Gurudwara in delhi ncr: इस बैसाखी न केवल मौज-मस्ती करें, बल्कि नई साल की अच्छी शुरूआत के लिए भगवान से आशीर्वाद भी लेने गुरुद्वारे जाएं. आइए जानते हैं दिल्ली एनसीआर के फेमस गुरुद्वारे.
11 April, 2024
Gurudwara in delhi ncr baisakhi 2024: बैसाखी का त्योहार नजदीक आ रहा है. यह त्योहार कई उत्तर भारतीय राज्यों, विशेषकर पंजाब में मनाया जाता है क्योंकि यह सिख नव वर्ष की शुरुआत का भी प्रतीक है. रबी फसल कटाई के जश्न के तौर पर बैसाखी का उत्सव मनाया जाता है. इस दिन लोग भांगड़ा, गिद्दा, डांस और दावत आनंद उठाते हैं. इस बैसाखी न केवल मौज-मस्ती करें, बल्कि नई साल की अच्छी शुरूआत के लिए भगवान से आशीर्वाद भी लेने गुरुद्वारे जाएं. चलिए आज हम आपको बताएंगे दिल्ली एनसीआर के फेमस गुरुद्वारे.
गुरुद्वारा बंगला साहिब
सेंट्रल दिल्ली कनॉट प्लेस में स्थित, गुरुद्वारा बंगला साहिब दिल्ली के सबसे बड़े और सबसे फेमस गुरुद्वारों में से एक है. इसका निर्माण 1664 में हुआ था. यहां हर दिन मुफ्त में लंगर परोसा जाता है जो सभी के लिए खुला है.

गुरुद्वारा सीस गंज साहिब
चांदनी चौक की पुरानी सड़कों पर गुरुद्वारा सीस गंज साहिब स्थित है. यह गुरुद्वारा पुरानी दिल्ली के भीड़-भाड़ वाले बाजारों के बीच एक शांतिपूर्ण जगह है, जिसका निर्माण 1783 में बाघेल सिंह ने करवाया था.

गुरुद्वारा बाबा बंदा सिंह बहादुर
सिख शहीद बाबा बंदा सिंह बहादुर जी की याद में बनवाया गया गुरुद्वारा बाबा बंदा सिंह बहादुर महरौली में स्थित है. हर साल बैसाखी पर यहां मेला लगता है जिसे जरूर देखना चाहिए.

गुरुद्वारा माता सुंदरी
1747 में निर्मित, गुरुद्वारा माता सुंदरी का नाम गुरु गोबिंद सिंह जी की पत्नी माता सुंदरी जी के नाम पर रखा गया है, जहां उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली थी. गुरु जी के निधन के बाद भी, माता सुंदरी जी ने अपने निधन तक दशकों तक सिख समुदाय की सेवा की.

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