Home Top News मणिपुर को 7,300 करोड़ की सौगात, आदिवासी समुदायों की बेहतरी के लिए सरकार प्रतिबद्ध

मणिपुर को 7,300 करोड़ की सौगात, आदिवासी समुदायों की बेहतरी के लिए सरकार प्रतिबद्ध

by Sanjay Kumar Srivastava
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Manipur News: मोदी ने शनिवार को चुराचांदपुर के शांति मैदान में मणिपुर जातीय हिंसा के कारण विस्थापित हुए कई लोगों से बातचीत की.

Manipur News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी. इन परियोजनाओं में 3,647 करोड़ रुपये की मणिपुर शहरी सड़कें, जल निकासी, परिसंपत्ति प्रबंधन सुधार पहल और 550 करोड़ रुपये की मणिपुर इन्फोटेक डेवलपमेंट (MIND) परियोजना शामिल है. मोदी ने 142 करोड़ रुपये की लागत से नौ कामकाजी महिला छात्रावासों और 105 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की जाने वाली सुपर-स्पेशलिटी और स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं की आधारशिला भी रखी. मोदी ने पोलो ग्राउंड और उसके आसपास 30 करोड़ रुपये की लागत से बुनियादी ढांचे के विकास और सभी 16 जिलों में 134 करोड़ रुपये की लागत से 120 स्कूलों की सुविधाओं को मजबूत करने की आधारशिला रखी. मणिपुर के विभिन्न हिस्सों में ग्रामीण संपर्क, शिक्षा और पर्यटन से संबंधित 102 करोड़ रुपये की कुल लागत वाली विभिन्न परियोजनाएं भी उन पहलों की सूची में शामिल थीं, जिनकी आधारशिला रखी गई.

विस्थापित पीड़ितों से की बातचीत

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को चुराचांदपुर के शांति मैदान में मणिपुर जातीय हिंसा के कारण विस्थापित हुए कई लोगों से बातचीत की. मोदी ने आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों (आईडीपी) के परिवारों की बातों को सुना और उन्हें राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया. जातीय हिंसा के कारण 60,000 से ज़्यादा लोग विस्थापित हुए हैं, जिनमें से लगभग 40,000 कुकी ज़ो समुदाय से और लगभग 20,000 मैतेई समुदाय के लोग हैं. अधिकारियों ने बताया कि सरकार मोमबत्ती और अगरबत्ती बनाने सहित कौशल विकास कार्यक्रमों के ज़रिए राज्य में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है.मालूम हो कि मई 2023 में राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद 260 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं और हज़ारों लोग बेघर हो गए हैं.

मणिपुर बनेगा शांति और समृद्धि का प्रतीक

विभिन्न संगठनों से हिंसा छोड़ने का आग्रह करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार मणिपुर के लोगों के साथ है और राज्य को शांति और समृद्धि का प्रतीक बनाना चाहती है. मई 2023 में जातीय हिंसा भड़कने के बाद राज्य की अपनी पहली यात्रा के दौरान कुकी बहुल चुराचंदपुर जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि शांति के लिए केंद्र के निरंतर प्रयासों से दोनों युद्धरत पक्षों के बीच बातचीत हुई. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यहां हिंसा हुई. आज मैं आपसे वादा करना चाहता हूं कि भारत सरकार आपके साथ है और मैं आपके साथ हूं. उन्होंने कहा कि मैं सभी समूहों और संगठनों से शांति का रास्ता चुनने की अपील करता हूं. मोदी ने कहा कि विकास के लिए शांति सर्वोपरि है और केंद्र इसे हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि केंद्र ने राज्य में रेलवे और सड़क संपर्क परियोजनाओं के लिए बजट आवंटन में वृद्धि की है.

जल्द ही बनेंगे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

उन्होंने कहा कि 2014 से मैंने मणिपुर में संपर्क में सुधार पर विशेष जोर दिया है. उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. कहा कि मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि विकास का लाभ देश के हर कोने तक पहुंचे. मणिपुर को साहस और वीरता की भूमि बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इंफाल से सड़क मार्ग से चुराचांदपुर जाते समय उन्हें जो प्यार मिला, उसे वह कभी नहीं भूल सकते. उन्होंने कहा कि मैंने विस्थापित लोगों से बात की और मैं कह सकता हूं कि मणिपुर एक नए सवेरे की ओर देख रहा है. लोगों ने शांति का रास्ता चुना है. मोदी ने कहा कि जिन परियोजनाओं का उन्होंने यहां अनावरण किया है, वे बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवा के मामले में लोगों के जीवन को बेहतर बनाएंगी. उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले इसी मंच से 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का अनावरण किया गया. ये परियोजनाएं मणिपुर के लोगों, विशेषकर पहाड़ियों में रहने वाले आदिवासी समुदायों के जीवन को और बेहतर बनाएंगी.

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