Rupee Vs Dollar: शुक्रवार की सुबह इंडियन करेंसी के लिए काफी अच्छी रही. दरअसल, भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले थोड़ा सा मज़बूत हुआ है.
24 October, 2025
Rupee Vs Dollar: शुक्रवार की सुबह भारतीय रुपया थोड़ा मुस्कुराया और डॉलर के मुकाबले 9 पैसे मजबूत होकर 87.79 पर पहुंच गया. फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में ये बढ़त ऐसे टाइम पर आई है जब ग्लोबल लेवल पर कच्चे तेल के दामों में गिरावट देखी जा रही है. इसके अलावा भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापारिक समझौते को लेकर पॉजिटिव माहौल बना हुआ है. हालांकि, फॉरेन इन्वेस्टर्स (FII) की निकासी ने रुपये की तेजी पर थोड़ी लगाम लगा दी. एक्सपर्ट्स का कहना है कि, अगर ये दबाव न होता तो रुपया और ऊंचाई छू सकता था.
रुपये की बढ़त
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज में रुपया 87.78 पर खुला और थोड़ी देर बाद 87.79 पर स्थिर हुआ. ये पिछले बंद भाव से 9 पैसे की बढ़त है. बीते दिन यानी गुरुवार को रुपया 87.88 पर बंद हुआ था. फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स के हेड ऑफ ट्रेजरी और एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनिल कुमार भंसाली ने कहा कि, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को भी 87.95 के लेवल पर इंटरफेरें किया ताकि रुपया 88.00 के पार न जाए. इसके साथ ही, भारत-अमेरिका बिजनेस डील को लेकर पॉजिटिव माहौल है, उसने भी बाजार में उम्मीदें बढ़ा दी हैं. हालांकि, तेल की कीमतों में हलचल से ग्लोबल सेंटीमेंट्स स्टेबल नहीं हैं.
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डॉलर में हल्की गिरावट
दूसरी तरफ, डॉलर इंडेक्स, जो डॉलर की ताकत को 6 मेजर करेंसी के मुकाबले मापता है, 0.08 प्रतिशत की हल्की बढ़त के साथ 99.01 पर पहुंचा. वहीं, ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स ट्रेड में 0.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ 65.63 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा था. साथ ही ऑयल मार्केट में भी दिलचस्प उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. गुरुवार को अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से रूसी तेल कंपनियों के एक्सपोर्ट पर असर पड़ा, जिससे तेल की कीमतों में करीब 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. बावजूद इसके, शुक्रवार को दाम में कोई बदलाव नहीं देखा गया. वीकली ब्रेंट क्रूड की कीमतों में करीब 7 प्रतिशत की बढ़त देखी जा रही है, जो जून 2025 के बाद की सबसे बड़ी छलांग है.
सेंसेक्स और निफ्टी पर असर
इंडियन शेयर मार्केट में भी हलचल रही. सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 153.18 अंकों की गिरावट के साथ 84,403.22 पर आ गया. वहीं, निफ्टी 51.1 पोइंट की गिरावट के साथ 25,840.30 पर ट्रेड कर रहा था. फॉरेन इन्वेस्टर्स ने गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार से करीब 1,165.94 करोड़ रुपये निकाले, जिससे इक्विटी बाजार पर थोड़ा दबाव बना. ऐसे में कहा जा सकता है कि शुक्रवार की सुबह भारतीय बाजारों में हल्की चमक और थोड़ी चिंता दोनों साथ दिखीं. गिरते तेल के दाम और बिजनेस एक्सपेक्टेशन ने रुपये को थोड़ा सहारा दिया. हालांकि, विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने उसे ज्यादा ऊंचा उड़ने से रोक दिया.
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