Rahul Gandhi News : नेहरू की तरफ से लिखे गए पत्र और किताबें डिजिटल फॉर्मेट में मौजूद हैं. इस बीच राहुल ने कहा कि नेहरू द्वारा लिखी गईं बातें इतिहास नहीं, बल्कि बदलती सोच का रिकॉर्ड है.
Rahul Gandhi News : लोकसभा में प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शुक्रवार को कहा कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) की लिखी बातें सिर्फ इतिहास नहीं है, बल्कि वे भारत की बदलती सोच का रिकॉर्ड हैं. उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति देश की लोकतांत्रिक यात्रा को देखना चाहता है वह सिर्फ उनके शब्दों को पढ़ें और उसके बाद आपको उनके मार्गदर्शन में रहने का एहसास होगा. राहुल गांधी ने ये सारी बातें जवाहरलाल नेहरू के चुने हुए काम के डिजिटाइजेशन के पूरा होने पर कही. आपको बताते चलें कि नेहरू के चुने हुए काम अब ऑनलाइन मौजूद हैं, जिसमें करीब 100 वॉल्यूम का सेट है और इसमें करीब 3500 डॉक्यूमेंट्स और 3000 इलस्ट्रेशन हैं, जिन्हें पूरी तरह डिजिटाइज किया है.
खरगे ने नेहरू के काम की सराहना
नेहरू के किए कार्यों का डिजिलाइजेशन करने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी सराहना की. उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से पंडित नेहरू और भारत के लिए उनकी बड़ी कामयाबियों के बारे में जानबूझकर तोड़-मरोड़कर पेश करने और गलत जानकारी देने वाले लोगों के खिलाफ सही संदेश पहुंचेगा. इसके अलावा भावी पीढ़ी को भी इसका लाभ मिलेगा. खरगे ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि ‘द नेहरू आर्काइव’ nehruarchive.in. वेबसाइट से पूरी सामग्री को जुटाया जा सकता है. नेहरू द्वारा लिखी गईं चिट्ठियां, नोट्स और किताबों का संकलन अब एक जगह पर ही उपलब्ध हो जाएगा. खास बात यह है कि इन सभी सामग्री को ऑनलाइन पढ़ने के लिए कोई फीस नहीं देनी होगी.
जयराम रमेश हैं JNMF के ट्रस्टी
वहीं, लोकसभा में प्रतिपक्ष नेता ने कहा कि जो कोई भी हमारे देश की डेमोक्रेटिक यात्रा, उसकी हिम्मत और सपने को समझना चाहता है, उसके लिए उनके शब्द एक ताकतवर रास्ता दिखाने का काम करता है. राहुल ने कहा कि मुझे इस बात खुशी है कि यह विरासत अब सबके लिए खुली है और फ्री में मौजूद है. इसके अलावा कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी जयराम रमेश जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल फंड (JNMF) के ट्रस्टी हैं, जिन्होंने इस काम पूरा किया है. उन्होंने गुरुवार को कहा कि दूसरे फेज में पंडित नेहरू को लिखे गए खातों को ढूंढने की कोशिश की जाएगी. जयराम रमेश ने बताया कि गांधी-नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल-नेहरू और सुभाष चंद्र बोस-नेहरू के बीच हुए संवाद की सामग्री भी मौजूद है. उन्होंने कहा कि इसे शामिल करने से नेहरू आर्काइव में सबसे बड़ा वैल्यू एडिशन होगा.
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