Home Top News नोबेल प्राइस के पीछे पड़े ट्रंप, फिर गाया शांतिदूत बनने का गीत, कहां भारत-पाक समेत 8 वॉर रुकवाई

नोबेल प्राइस के पीछे पड़े ट्रंप, फिर गाया शांतिदूत बनने का गीत, कहां भारत-पाक समेत 8 वॉर रुकवाई

by Live Times
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Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर कहा कि उन्होंने दो पड़ोसियों के बीच सहमति कराने में मदद की है.

3 December, 2025

Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऊपर नोबेल पीस प्राइस पाने का भूत सवार है, जिसके लिए बार-बार युद्ध रुकवाने के अपने दावे को दोहराते रहते हैं. उनका कहना है कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान समेत 8 युद्ध रुकवाए हैं, इसलिए उन्हें नोबेल पीस प्राइस मिलना ही चाहिए. ट्रंप ने कैबिनेट मीटिंग में रूस-यूक्रेन लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा, “हमने आठ लड़ाइयां खत्म कीं और मुझे उम्मीद है कि हम एक और लड़ाई खत्म करेंगे.”

‘हर लड़ाई के लिए मिलना चाहिए नोबेल’

ट्रंप ने कहा “हर बार जब मैं कोई लड़ाई खत्म करता हूं, तो वे कहते हैं, ‘अगर प्रेसिडेंट ट्रंप वह लड़ाई खत्म करते हैं, तो उन्हें नोबेल प्राइज मिलेगा’ ठीक है, उस लड़ाई के लिए नहीं मिलेगा, लेकिन अगली लड़ाई के लिए कभी मिला तो मिलेगा. अब वे कह रहे हैं, ‘अगर मैं कभी रूस और यूक्रेन की लड़ाई खत्म करवाता हूं, तो मुझे नोबेल प्राइज मिलेगा’ बाकी आठ लड़ाइयों का क्या? इंडिया- पाकिस्तान… उन सभी लड़ाइयों के बारे में सोचो जिन्हें मैंने खत्म किया.” ट्रंप ने कहा, मुझे हर युद्ध के लिए नोबेल प्राइज मिलना चाहिए, लेकिन मैं लालची नहीं बनना चाहता.

60 से ज्यादा बार ले चुके क्रेडिट

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें इन युद्धों में जा रही जानें ज़्यादा पसंद हैं और 2025 के नोबेल प्राइज़ विजेता वेनेज़ुएला की एक्टिविस्ट मारिया कोरिना मचाडो पारिसका ने कहा था कि वह नोबेल प्राइज के हकदार हैं. 10 मई के बाद से जब ट्रंप ने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान वॉशिंगटन की मध्यस्थता में लंबी रात की बातचीत के बाद “पूरी तरह और तुरंत” सीजफायर पर सहमत हो गए हैं, उन्होंने 60 से ज़्यादा बार यह दावा दोहराया है कि उन्होंने दोनों पड़ोसियों के बीच तनाव को “खत्म करने में मदद की.”

भारत का पक्ष

ट्रंप के दावे के बावजूद, भारत ने लगातार किसी भी तीसरे पक्ष के दखल से इनकार किया है. बता दें भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बदले में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया, जिसमें 26 आम लोग मारे गए थे. भारत और पाकिस्तान 10 मई को चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद लड़ाई खत्म करने के लिए सहमत हुए.

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