शुक्रवार, 23 मई 2025 को सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान पर बंद हुए, इसके साथ ही बीएसई में शामिल कंपनियों के Market Cap में भी उछाल दिखा.
Share Market Today: शेयर बाजार शुक्रवार, 23 मई 2025 को बढ़त के साथ बंद हुआ. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में ही तेजी देखने को मिली. जहां सेंसेक्स 769 अंकों की बढ़त के बाद 81,721 पर तो वहीं निफ्टी 243 अंकों की बढ़त के बाद 24,8523 अंकों पर बंद हुआ. बाजार में पूरे दिन खरीदारी का माहौल दिखा. रौनक का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तीन लाख रुपये का मार्केट कैप बढ़ गया. BSE पर लिस्टेड तमाम कंपनियों का Market Cap तेजी की वजह से 442.46 करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंच गया. एक्सपर्ट्स ने कहा है कि बाजार में आई तेजी की वजह है सरकार को आरबीआई द्वारा रिकॉर्ड लाभांश मिलने की संभावना और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में आई नरमी. इन दोनों ही कारणों की वजह से इन्वेस्टर्स का भरोसा जगा है. इन्वेस्टर्स की खरीदारी में IT, Insurance और बैंकिंग स्टॉक भी शामिल रहे.
किन शेयरों में दिखी तेजी?
FMCG, निफ्टी आईटी और फाइनेंशिल सर्विस में एक से दो फीसदी की बढ़त देखी गई. इसके अलावा मेटल, PSU बैंक, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और Oil and Gases में भी बढ़त दिखी. टॉप गेनर्स की लिस्ट की बात करें तो इसमें HDFC life, Jio financial Service, पावर ग्रिड, SBI लाइफ, ITC और एक्सिस बैंक शामिल हैं.बात अगर लूजर्स शेयर्स की करें तो इसमें सनफार्मा और ग्रासिम इंडस्ट्रीज शामिल हैं.
कितनी कंपनियों में दिखी तेजी?
सेंसेक्स की कंपनियों के लिए भी शुक्रवार मददगार साबित हुआ और 30 में से 29 कंपनयों के शेयरों में उछाल देखने को मिला. हालांकि, नुकसान कम होने की वजह से निवेशकों को ज्यादा नुकसान नहीं उठाना पड़ा. बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति की वजह से कई दिनों पहले शेयर बाजार धड़ाम हुआ था. शेयर बाजार को हुए नुकसान की वजह से इन्वेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. अमेरिका और चीन में जारी टैरिफ वॉर की वजह से भी निवेशकों का भरोसा लगातार टूट रहा था. न सिर्फ भारत बल्कि दुनियाभर के बाजारों को राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ नीति का खामियाजा भुगतना पड़ा था. लंबे वक्त तक चीन और अमेरिका के बीच भी टैरिफ वॉर चलती रही थी. जहां अमेरिका ने चीन पर हाई टैरिफ लगाने का ऐलान किया था तो वहीं ड्रैगन भी उसे लगातार मुंहतोड़ जवाब देते हुए टैरिफ लगा रहा था. हालांकि, बाद में ट्रंप ने टैरिफ में राहत देने की घोषणा की जिसके बाद ही बाजार में रौनक देखी गई और इन्वेस्टर्स का एकबार फिर भरोसा नजर आने लगा.
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