Dadra and Nagar Haveli Election : माणिकराव ठाकरे ने कहा कि चुनावों के लिए नामांकन की तारीखें 10 से 17 अक्टूबर के बीच घोषित की गई थीं. लेकिन आयोग की वेबसाइट पर 10 अक्टूबर तक फॉर्म का कोई उल्लेख नहीं किया गया.
Dadra and Nagar Haveli Election : केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली स्थानीय चुनाव को लेकर बवाल मच गया है. कांग्रेस का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने चुनावों को हाईजैक कर लिया है. BJP ने अधिकारियों से मिलकर 80 फीसदी के करीब नामांकन पत्र खारिज करवाने की साजिश रची. विपक्षी दल ने कहा कि वह दादरा और नगर हवेली तथा दमन एवं दीव में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए जिम्मेदार चुनाव अधिकारियों के समक्ष यह मामला उठाएगा और इस मुद्दे को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट की तरफ भी रुख करेंगे.
वोट चोरी नहीं, चुनाव ही लूट लिया गया
दादरा और नगर हवेली तथा दमन एवं दीव में कांग्रेस के प्रभारी माणिकराव ठाकरे (Manikrao Thackeray) ने आरोप लगाया कि केंद्र शासित प्रदेश में चुनावी धांधली हो रही है. कांग्रेस के दावों पर फिलहाल केंद्र शासित प्रदेश के चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि वोट चोरी से आगे बढ़कर इस क्षेत्र में पूरा चुनाव ही चोरी हो गया है. BJP ने इतनी अच्छी योजना बनाई है कि कोई भी उसके खिलाफ खड़ा होने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है और यही वजह है कि पूरा चुनाव हाईजैक कर लिया गया है. इस दौरान माणिकराव ठाकरे के साथ कांग्रेस कमेटी की सचिव सह-प्रभारी अंजलि निंबालकर और दादरा एवं नगर हवेली कांग्रेस अध्यक्ष प्रभु टोकिया भी मौजूद थे.
वेबसाइट पर अपलोड नहीं हुए फॉर्म
माणिकराव ठाकरे ने कहा कि चुनावों के लिए नामांकन की तारीखें 10 से 17 अक्टूबर के बीच घोषित की गई थीं और इसलिए नामांकन फॉर्म वेबसाइट पर पोस्ट किए जाने चाहिए थे, ताकि वह पारदर्शिता के साथ लोगों के बीच में रहता. उन्होंने दावा किया कि 10 अक्टूबर को आयोग की वेबसाइट पर ऐसे किसी भी फॉर्म का उल्लेख नहीं किया गया था. इसके बाद 13 अक्टूबर को दस्तावेजों की एक सूची उपलब्ध कराई गई. जब लोग ये दस्तावेज लेने गए, तो उन्हें बताया गया कि कर्मचारी चुनाव प्रशिक्षण के लिए गए हैं. इतना ही नहीं जो लोग किसी तरह फॉर्म भरने में कामयाब हो गए उनको जांच के दौरान खारिज कर दिया गया. लोगों को फॉर्म भरने से रोकने के लिए एक साजिश रची गई. ठाकरे ने आरोप लगाया कि बीजेपी एक भी उम्मीदवार का फॉर्म रिजेक्ट नहीं हुआ, जबकि कांग्रेस के करीब 80 फीसदी फॉर्म को खारिज कर दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने अधिकारियों के साथ मिलकर पूरा चुनाव हड़प लिया है.
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