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गढ़मुक्तेश्वर में ‘मिनी कुंभ’ की तैयारियों का योगी ने लिया जायजा, बोले- भक्तों को न हो कोई असुविधा

by Sanjay Kumar Srivastava
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Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को हापुड़ ज़िले के गढ़मुक्तेश्वर में वार्षिक कार्तिक पूर्णिमा मेले और अमरोहा के तिगरी मेले की तैयारियों की समीक्षा की.

Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को हापुड़ ज़िले के गढ़मुक्तेश्वर में वार्षिक कार्तिक पूर्णिमा मेले और अमरोहा के तिगरी मेले की तैयारियों की समीक्षा की.योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे यह सुनिश्चित करें कि ये आयोजन सुचारु, सुरक्षित और विभागों के बीच पूर्ण समन्वय के साथ संपन्न हों. मैदान का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने एक समीक्षा बैठक की. उन्होंने इस आयोजन को ‘मिनी कुंभ’ बताते हुए कहा कि हर साल लगभग 40 से 45 लाख श्रद्धालु पवित्र स्नान और दीपदान के लिए गंगा घाटों पर आते हैं. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी कर ली जाएं ताकि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो. आदित्यनाथ ने कहा कि इस वर्ष का मेला ‘मिनी कुंभ’ के रूप में आयोजित किया जाएगा और आस्था, अनुशासन और स्वच्छता का प्रतीक बनेगा. उन्होंने यातायात, सुरक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया.

सुरक्षा और समन्वय व्यवस्था पर जोर

मुख्यमंत्री ने अचूक सुरक्षा की आवश्यकता पर बल देते हुए गंगा घाटों पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की तैनाती, सीसीटीवी और ड्रोन से निरंतर निगरानी सुनिश्चित करने का आदेश किया. उन्होंने कहा कि बचाव नौकाएं और हेल्पलाइन केंद्र भी स्थापित किए जाने चाहिए. आदित्यनाथ ने अधिकारियों को एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध सुनिश्चित करने और मेले को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के संदेश से जोड़ने के निर्देश दिए. इसके अतिरिक्त उन्होंने घाटों पर पर्याप्त चकर प्लेट लगाने, सिंचाई विभाग द्वारा कटाव-प्रवण क्षेत्रों में ड्रेजिंग कार्य समय पर पूरा करने और पंटून पुलों की व्यवहार्यता का परीक्षण करने के आदेश दिए. भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं में अनुशासित व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए परामर्श सत्र आयोजित किए जाने चाहिए और सीसीटीवी, जन-संबोधन प्रणाली और एक एकीकृत नियंत्रण केंद्र के माध्यम से निरंतर निगरानी रखी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि पार्किंग, वाहन सुरक्षा और स्वच्छता का कुशलतापूर्वक प्रबंधन किया जाना चाहिए. आदित्यनाथ ने यह भी आदेश दिया कि अस्थायी शौचालयों को जीरो लिक्विड डिस्चार्ज सिस्टम से सुसज्जित किया जाए.

30 अक्टूबर से 5 नवंबर तक चलेगा मेला

उन्होंने विभागों को पूरे मेले के दौरान चेंजिंग रूम, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षित बिजली कनेक्शन और निर्बाध बिजली आपूर्ति प्रदान करने के निर्देश दिए. उन्होंने निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र को आकर्षक ढंग से सजाया जाए और सरकारी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने वाले होर्डिंग्स प्रदर्शित किए जाएं. उन्होंने कहा कि पर्याप्त अग्नि सुरक्षा प्रणालियां, अस्थायी अस्पताल, सर्प-विष रोधी और रेबीज रोधी टीके उपलब्ध होने चाहिए. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि भीड़भाड़ को रोकने के लिए 20-25 किलोमीटर के दायरे में यातायात डायवर्जन योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए. गढ़मुक्तेश्वर के प्राचीन आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि यह मेला उत्तर प्रदेश की आस्था, आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है. ऐसा माना जाता है कि भगवान परशुराम ने यहीं पर मुक्तेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना की थी. 30 अक्टूबर से 5 नवंबर तक चलने वाले सप्ताह भर चलने वाले गढ़मुक्तेश्वर मेले में बृजघाट और मुक्तेश्वर घाट पर पवित्र गंगा के किनारे स्नान, दीपदान और पितृ तर्पण के लिए लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.

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