Monkeypox News : वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने मंकीपॉक्स के तेजी से फैलने के बाद दुनिया में ‘पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी’ घोषित कर दिया है.
23 August, 2024
Monkeypox News : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया कि अफ्रीका के कई हिस्सों में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के तेजी से फैल रहा है, जिसको देखते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर’पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी’ घोषित कर दिया है. इसी बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज (Delhi Health Minister Saurabh Bhardwaj) ने शुक्रवार को कहा कि मंकीपॉक्स बीमारी को लेकर शहर में बारिकी से नजर बनाई जा रही है. इसी हफ्ते की शुरूआत में दिल्ली सरकार ने LNJP अस्पताल, GTB अस्पताल और बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में मंकीपॉक्स वाले पेशेंट के लिए आइसोलेशन रूम बनाने का निर्देश दिया है.
नोडल सुविधा के लिए बनाया गया LNJP हॉस्पिटल
दिल्ली स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि LNJP हॉस्पिटल को नोडल सुविधा के लिए तैयार किया गया है जबकि अन्य दो को स्टैंडबाय पर रखा गया है. दूसरी तरफ सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार के अस्पतालों में पैरामेडिकल की नियुक्ति में हो रही देरी को लेकर दिल्ली उपराज्यपाल वीके सक्सेना (Lieutenant Governor VK Saxena) की आलोचना की. उन्होंने बताया कि अस्पतालों में करीब 14 हजार नए बिस्तर जोड़े गए हैं लेकिन पर्याप्त स्टाफ नहीं होने की कारण इन बिस्तरों का कोई महत्व नहीं रह गया है.
दिल्ली पर लगाया निष्क्रियता का आरोप
सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल पर निष्क्रियता का भी आरोप लगाया है. उन्होंने दिल्ली एलजी पर सवाल खड़ा किया कि बीते दो सालों में पैरामेडिकल को लेकर कोई मीटिंग क्यों नहीं की गई. स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि जब वह जिम्मेदारी संभालने में असमर्थ है तो यह कार्य दिल्ली की निर्वाचित सरकार पर छोड़ देना चाहिए. जो दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की स्थितियों को देखते हुए समय पर स्टाफ की पूर्ति कर सकता है. उन्होंने आगे कहा कि जब कोई मुसीबत आती है तो आम लोग हमसे सवाल करते हैं, जो वाजिब भी है. लेकिन हम भी क्या करें जब सभी मामलों में सारे फैसले उपराज्यपाल को ही लेने होते हैं.
क्या है मंकीपॉक्स ?
WHO के अनुसार, इस बीमारी के लक्षण शुरूआत में बुखार, सिर दर्द, पीठ दर्द और शरीर में सूजन है. जब बुखार उतर जाता है तो इसके बार शरीर पर चकत्ते आ जाते हैं. जो चेहर से शुरू होते हैं और धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाते हैं. इन चकत्तों में काफी खुजली होती है, लेकिन समय बीतने के साथ ही खुद ही ठीक हो जाते हैं. इस संक्रमण का असर करीब 14 से 21 तक रहता है. वहीं, डॉक्टर मानते हैं कि इस संक्रामक का रोग किसी अन्य बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद फैल जाता है. ज्यादातर यौन संबंध बनाने से फैलता है. साथ ही आंख, नाक, कान और मुंह के माध्यम से भी यह शरीर के अंदर से प्रवेश कर जाता है.
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