Russo-Ukrainian War : अमेरिका के शांति प्रस्ताव पर अभी यूक्रेन की पूरी तरह से शांति नहीं बन पाई है. इसी बीच राष्ट्रपति पुतिन ने चेतावनी दी है कि अगर कोई समझौता नहीं हो पाता है तो हमारी सेना आगे बढ़ेगी.
Russo-Ukrainian War : रूस और यूक्रेन युद्ध चार साल पूरे होने वाले है और शांति समझौता होने की अभी कोई संभावना नहीं दिख रही है. बस खबरें सामने आ रही हैं कि अमेरिका ने शांति प्रस्ताव भेजा है जिसपर विचार किया जा रहा है, लेकिन यूक्रेन ने अभी तक सहमति नहीं जताई है. इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) ने बुधवार को चेतावनी दी कि अगर कीव और उसके सहयोगी पश्चिम देश शांति वार्ता के दौरान क्रेमलिन की मांग को खारिज करते हैं तो मॉस्को यूक्रेन में अपनी बढ़त को और बढ़ाने की कोशिश करेगा. वहीं, वाशिंगटन की तरफ से दिए गए प्रस्ताव को मॉस्को और कीव ने अलग-अलग मांग का सामना करना पड़ा है.
ऐतिहासिक जमीनों को आजाद कराएगा
शीर्ष अधिकारियों की एक सालाना बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मॉस्को अपने लक्ष्य को हासिल करने और संघर्ष की जड़े खत्म करने के लिए राजनयिक तरीकों को चुनना पसंद करता है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर विरोधी पक्ष और उसके सहयोगी संरक्षक ठोस बातचीत करने से इनकार करते हैं तो रूस सैन्य तरीकों से अपनी ऐतिहासिक जमीनों को आजाद कराएगा. वहीं, यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगी रूसी की कार्रवाई को संप्रभुता का उल्लंघन और आक्रामकता का काम मानते हैं. इसी कड़ी में पुतिन ने दावा किया कि रूसी सेना पूरी फ्रंट लाइन पर रणनीतिक पहल पर कब्जा कर लिया है और उसे मजबूती से पकड़े हुए है. साथ ही मॉस्को रूसी सीमा के साथ एक बफर सुरक्षा क्षेत्र का विस्तार करेगा.
पुतिन का यूक्रेन के खिलाफ कड़ा बयान
उन्होंने कहा कि हमारी सेना अब अलग है और वह युद्ध में माहिर हैं. साथ ही अब दुनिया में ऐसी कोई दूसरी सेना नहीं है. पुतिन ने रूस की बढ़त सैन्य शक्ति की तारीफ की और खास तौर पर अपने परमाणु हथियारों के आधुनिकीकरण का जिक्र किया, जिसमें नई परमाणु-सक्षम इंटरमीडिएट रेंज ओरेश्निक बैलिस्टिक मिसाइल भी शामिल है. वहीं, रूस ने नवंबर 2024 में यूक्रेन की एक फैक्ट्री पर हमला करने के लिए ओरेश्रिक के पारंपरिक हथियारों वाले वर्जन का पहला परीक्षण किया था और पुतिन दावा किया है कि इसे कतई भी रोका नहीं जा सका है. उनके ये कड़े बयान इस हफ्ते यूक्रेनी, अमेरिकी और यूरोपीय अधिकारियों के बीच अमेरिकी द्वार तैयार की गई शांति योजना पर कई दौर की बातचीत के बाद आए हैं.
यूक्रेन NATO का सदस्य बनने का सपना छोड़ दे
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बर्लिन में अमेरिकी दूतों से मिलने के बाद कहा कि इस दस्तावेज को कुछ ही दिनों में अंतिम रूप दिया जा सकता है, जिसके बाद अमेरिकी दूत इसे क्रेमलिन को सौंपेंगे. पुतिन चाहते हैं कि उनके सैनिकों द्वारा कब्जे में लिए गए चार मुख्य इलाकों के साथ-साथ क्रीमिया, जिसे 2014 में में मिला लिया गया था उसको रूसी इलाका माना जाए. इसके अलावा उन्होंने यह भी मांग की है कि यूक्रेन अपने पूर्वी यूक्रेन के कुछ इलाकों से हट जाए, जिस पर प्रत्यक्ष रूप से रूसी सेना ने कब्जा नहीं किया है. इसके अलावा क्रेमलिन इस बात पर भी जोर दे रहा है कि यूक्रेन NATO में शामिल होने की अपनी कोशिश छोड़ दे और चेतावनी दी कि इस संगठन सदस्यों के किसी भी सैनिक की तैनाती को कतई स्वीकार नहीं करेगा.
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